Aditi Gupta
सुन्नी आतंकियों से जान बचाकर भाग दुसरे देशो में शरणार्थी मुस्लिम.....
फोटो में आप देखेगे सीरिया और इराक में हो रहे कत्लेआम से अपनी ज़िन्दगी बचाते उन तमाम शिया मुस्लिमो को जिन की ज़िन्दगी को सुन्नी मुस्लिम आतंकवादी संघटन ISIS ने नरक से भी बुरी बना दिया है| आप फोटो में देखेगे कि " जिस देश जिन लोगो को ज़िन्दगी भर बुरी नज़र से देखते आये मुस्लिम लोग आज उन्ही काफ़िर लोगो और उन ही काफ़िर देशो में शरण लेने के लिए उन देशो की सीमा पर प्रवेश के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे है|
सुन्नी मुस्लिम आतंकवादियों ने शिया मुस्लिम, कुर्द और यजीदी की ज़िन्दगी कैसी कर दी है और आज वहां के हालत कैसे है इस को जानने के लिए आप लिंक http://tinyurl.com/oeqooje, लिंकhttp://tinyurl.com/osqvkvh और लिंक http://tinyurl.com/ph8op59 पर click कर के देखे|
पिछले २ साल से ISIS सीरिया और इराक में क्रूरता की हद से ज्यादा आगे जाते हुए यज़ीदी, कुर्द और शिया मुस्लिमो की नस्लों को मिटाने काम कर रहे है| आज वह भी उस प्राचीन मुस्लिम काबिले संस्कृति को जीवित करते हुए| कमज़ोर लोगो की महिलाओं को लूट रहा है उन को नंगा कर के बेच रहा है और लोगो को बर्बरता से काट रहा है| जिस के कारण लोग अपना घर-समाज-शहर और देश छोड़ कर दुसरे देशो में शरण लेने के लिए अपना सामान कंधे पर डाल कर निकाल पड़े है
आज हंगेरी, मिश्र, लीबिया, यूरोप के देशो में शरणार्थियों की भीड़ की भीड़ जा रही है जो हजारो में नही लाखो में है| जिस के बाद यूरोप और एशिया के देशो के लोग शरणार्थियों को अपने देश में ना घुसने के लिए अभियान चला रहे है क्युकि उन को पता है कि कल को ये लोग अपनी बस्ती यहाँ बनायेगे और यहाँ के लोगो को ही मरेगे|
आज भारत में भी वर्मा और बंगलादेशी मुस्लिमो ने देश की सुरक्षा को तोड़-मरोड़ कर रख दिया है| आज कश्मीर जैसे संवेदनशील जैसे क्षेत्र में जहाँ सेना भी सुरक्षित नही है वहां यूनाइटेड नेशन की मदद से वर्मा के रोह्गनिया मुस्लिम बड़े आराम से रह रहे है|
सीरिया और इराक से भारत में भी भारी संख्या में शरणार्थी आ रहे है| एक इंसान होने के नाते हम लोगो को उन की मदद करनी चाहिए उन को शरणार्थी नही बनाना चाहिए| मदद करनी चाहिए उन को उन के देश में ही सुरक्षित करने की| उन को उस के ही देश में फिर से उन के अधिकारों के साथ जीने की|
ये सब कुछ हो सकता अगर उन शरणार्थी लोगो को शरण देने वाले सभी देश आपस में मिल कर इराक और सीरिया में इन लोगो को प्रशिक्षण दे कर खुद के लिए लड़ने को वापस भेज दे|
नही तो आने वाले समय में इन लोगो को शरण देने वाले देश के लोग खुद शरणार्थी बन जायेगे| ऐसा इतिहास में लिखा है और इतिहास और DNA कभी परिवर्तित नही होता|
एक सवाल अंत में मैं ये भी पूछना चाहती हूँ कि क्या कारण है कि किसी भी कट्टर मुस्लिम देश जैसे सऊदी अरब, अमीरात, कुवैत, पाकिस्तान आदि देश इन मुस्लिम शरणार्थियों को शरण क्यों नही दे रहे है और क्यों उन की मदद नही कर रहे है और ना ही कोई मुस्लिम देश ISIS के खिलाफ कोई कार्यवाही कर रहा है| क्यों गाजापट्टी में मरने वाले मुस्लिम की जान इन इराक-सीरिया और यमन में मरे मुस्लिम से ज्यादा कीमती है क्या क्युकि गाजापट्टी के लिए सभी देशो में मुस्लिम लोग आन्दोलन करते है परन्तु इराक-सीरिया और यमन में मरे मुस्लिम लोगो के लिए कोई आन्दोलन नही होता| क्यों ?
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