25 साल बाद फिर से कश्मीर में स्थापित कराई मां दुर्गा की दुर्लभ प्रतिमा, कांग्रेस के वक़्त चोरी हुई थी ...
90 के दशक में दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले से महिषासुर मर्दिनी मां दुर्गा की मूर्ति चोरी होकर जर्मनी पहुच गयी थी, मगर पीएम मोदी के कारण वो मूर्ति अब वापस अपने स्थान कश्मीर पहुंच गई है। ये मूर्ति 8वीं सदी की है और जर्मन चांसलर एंजेला मरकेल ने इसे अक्टूबर महीने में पीएम मोदी को दिल्ली में सौंप दिया था।
8वीं सदी की है मां दुर्गा की मूर्ति
पीएम मोदी के प्रयासों से वापस आयी इस प्राचीन विशिष्ट मूर्ति को वापस कश्मीर ले आया गया है और इसे श्रीनगर के प्रताप सिंह म्यूजियम में रखा गया है। प्रताप सिंह म्यूजियम के क्यूरेटर मोहम्मद इकबाल के मुताबिक़ 8वीं सदी में कश्मीर में महाराजा ललितादित्य का राज था और उसी काल में कश्मीर में सूर्य मंदिर व् कई अन्य महत्वपूर्ण स्मारक बनाये गए जिन्हें देखने के लिए आज भी हज़ारों पर्यटक घाटी में आते हैं। ये मूर्ति भी उसी काल की है।
उनके मुताबिक़ महाराजा ललितादित्य के काल में कश्मीर में मूर्तिकला का जबरदस्त विकास हुआ। उन्होंने बताय कि कश्मीर में पहले बौद्ध और हिंदू धर्म के लोग ही रहते थे और प्रार्थना के लिए उन्हें जो भी मूर्ति चाहिए होती थी उसे यहीं तराशा जाता था।
बेहद दुर्लभ है प्रतिमा का शिल्प
मां दुर्गा की इस विशिष्ट मूर्ति का शिल्प इतना दुर्लभ है कि अब इसके मेल की मूर्ति ढूंढे से भी नहीं मिलती। कश्मीर में हिंदू महादेव और नारायण की आराधना करते थे जबकि बौद्ध लोग बुद्ध को पूजते थे। प्राचीन वैष्णोदेवी माता का मंदिर भी वहीँ है।
अब आपकी बारी
जो काम पिछले 60 वर्षों में ना हो सका वो पीएम मोदी ने मात्र 2.5 वर्षों में कर दिखाया। क्या आपको लगता है कि पीएम मोदी आजाद भारत के सबसे महान प्रधानमंत्री हैं?
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