Sunday 18 December 2016

पिछले कुछ वर्षों से देश में जो हालात उत्पन्न हुए हैं उससे
 हिंदुओं को आत्म मंथन करने की जरूरत है  ...
सेकुलरिज्म का असली मतलब “सर्व धर्म सम भाव” है लेकिन इस देश में सेकुलरिज्म के नाम पर सिर्फ हिन्दू विरोधी घटिया राजनीति ही की जाती रही है | अब ऐसा करने वालों को फंडिंग कहाँ से आ रही है उस का भी धीरे धीरे खुलासा हो ही रहा है | कोई बड़ी बात नहीं होगी यदि आने वाले समय में हमें पता चले कि इन सभी तथाकथित सेक्युलर नेताओं, राजनीतिक पार्टियों एवं पत्रकारों की फंडिंग भी किसी न किसी ऐसी संस्था से हो रही है जो कि भारत में हिंदुओं को अन्य धर्मों में धर्मान्तरण के लिए उकसाना चाहती हैं |
प. बंगाल में हिंदुओं के घरों एवं मंदिरों पर देशी बम से हमले हुए | ये सिर्फ एक दंगा नहीं बल्कि आतंकवादी हमला है क्योंकि दंगों में बमों का इस्तमाल नहीं होता | लेकिन कितने राजनैतिक दल एवं न्यूज एजेंसियां इस हमले का विरोध कर रहे हैं ? सिर्फ भाजपा एवं जी न्यूज ने इन हमलों का विरोध किया है और प. बंगाल की ममता सरकार पर दवाब बनाकर दंगाइयों पर कार्यवाही की मांग की है |  ये भारत में हिंदुओं पर होने वाला कोई पहला हमला नहीं है | पहले भी कई बार इस देश में हिंदुओं पर हमले हुए और अन्याय हुआ है |
 भारत हिन्दू बाहुल्य देश है | भारत एकलौता ऐसा देश है जहाँ उस धर्म पर सबसे ज्यादा हमले एवं अन्याय होते हैं जो कि मेजोरिटी में है | इस सब के लिए असली जिम्मेदार कौन है ? तथाकथित धर्मनिरपेक्ष राजनैतिक दल या स्वयं हिन्दू ? मेरी व्यक्तिगत राय में तो इस सब के लिए स्वयं हिन्दू जिम्मेदार है |

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