Saturday 21 June 2014

क्या हम इतने खुदगर्ज हो गए है की अपने प्रधानमंत्री को थोडा सपोर्ट नहीं कर सकते देशहित में
जापान की एक सत्य कथा है । राष्ट्रवादियों की जब सरकार आई उसी समय देश में आकाल पड़ा और देश में खाद्यान्न संकट उत्पन्न हो गया देश में प्रचुर मात्रा में केवल आलू था और जापान पर विदेशी कर्जा बहुत हो गया था ।
देश के प्रधानमंत्री ने सारी जनता के नाम एक सन्देश दिया कि आने वाले एक साल तक हर जापानी देश का साथ दे खाने में केवल आलू का उपयोग करें ।
देश में बचे हुए मुद्रा भंडार से केवल उन्नत प्रद्योगिकी ला कर देश की आने वाली पीढ़ी का भविष्य बनाया जा सकत है या आज की पीढ़ी का पेट भरने के लिये अनाज का आयात किया जा सकता है आप सभी अपना मत दे कि हम क्या करे ।
तीन दिन के अन्दर pm को भेजे गये जापानी लोगो के मत में कहा गया कि आप आने वाली पीढ़ी के सुखद भविष्य के लिये प्रद्योगिकी लाओ पेट हम लोगो का आलू से भर जायेगा ।
ये जापानी लोगो के राष्ट्रप्रेम का एक उदाहरण है ।
----क्या हम अपने राष्ट्रनायक प्रधानमन्त्री मोदी जी को ये नहीं कह सकते कि आनेवाली पीढियों की खुशहाली के लिये वे जब भी जो भी कठोर निर्णय लेंगे हम उनका साथ देंगे 
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