Sunday 17 January 2016

ब्रह्मोस मिसाइल यानी भारत का ब्रह्मास्त्र..
.इस मिसाइल के सामने अमेरिका चीन जैसे देश भी बेबस हैं क्योकि इसे गिराना लगभग असँभव है.
(1) ब्रह्मोस की गति 3 मैक है सो इसका पता लगाना कठिन है..नाटो के पास 1.5 मैक गति तक की मिसाइल रोकने की छमता है
(2) ब्रह्मोस से हमलो के समय अमेरिका सबसे पहले अपने जहीजों को बचाएगा इसके लिए वह ASHM लाँच प्लेटफार्म इस्तेमाल करेगा और SM-2, SM-6,,ASTER-30 जैसे मिसाइल का प्रयोग करेगा लेकिन ब्रह्मोस की गति के सामने उसके पास समय बहुत कम होगा
(3)SM-2,6 की मारक छमता 100 Km से ज़्यादा है इसके साथ वह अपने टाँप क्लास के होमिंग रडार का भी प्रयोग करेगा लेकिन ब्रह्मोस की खासियत यह है कि 3 केन्द्रीकृत SPG-62 जैसे इलुमिनेटर्स भी इसे पकड़ नहीँ पाते इसलिए उस रडार से भी पकड़ना असँभव है
(4)बेहद तेज गति से काफ़ी ऊँचाई पर उड़ती ब्रह्मोस का पता लगते ही एक ब्रह्मोस के सामने कम से कम 4-5 SM-2,6 मिसाइल की ज़रूरत होगी क्योकि इनकी गति बस 1.5 मैक ही है इसलिए निशाना चुकने की सँभावना काफ़ी ज़्यादा होगी
(5)अमेरिका का कैरियर बैटल ग्रुप भी ब्रह्मोस को रोकेगा लेकिन असँभव इसलिए होगा क्योकि इसकी गति उससे 3 गुना ज़्यादा है
(6) 50Km रेँज की ESSM मिसाइल से एक ब्रह्मोस को निशाना बनाया जा सकता है लेकिन ब्रह्मोस के 8-8 के चक्रव्यूह को तोड़ना नामुमकिन होगा
(7)इसकी गति 3000 Km की है जो पलक झपकने तक का मौका नहीँ देती
(8) अगले ब्रह्मोस पर काम चल रहा है जिसकी गति इससे 2.5 गुना ज़्यादा और ज़्यादा ख़तरनाक होगी..

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