आज शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो कभी सिग्नेचर या हस्ताक्षर नहीं करता है। हर छोटे-बड़े पेपर वर्क में हमें सिग्नेचर करने होते हैं। जॉब या नौकरी करने वाले व्यक्ति को ऑफिस में अपनी उपस्थित दर्ज कराने के लिए प्रतिदिन हस्ताक्षर करते हैं। इसी वजह से हस्ताक्षर का काफी अधिक महत्व है।
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सिग्नेचर व्यक्ति की मुहर का यानी स्टाम्प का ही काम करते हैं। किसी भी कार्य से संबंधित पेपर्स पर यदि आपके हस्ताक्षर है तो यही माना जाएगा कि आपने उस काम को अपनी सहमति प्रदान कर दी है।
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हस्ताक्षर की महत्ता को देखते हुए ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार कुछ ऐसी बातें बताई गई हैं, जिनसे किसी भी स्त्री-पुरुष के हस्ताक्षर देखकर ही उसके स्वभाव की गुप्त बातें मालूम की जा सकती है।
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1) जो लोग हस्ताक्षर का पहला अक्षर बड़ा लिखते हैं वे विलक्षण प्रतिभा के धनी होते हैं। ऐसे लोग किसी भी कार्य को अपने ही अलग अंदाज से पूरा करते हैं। पहला अक्षर बड़ा बनाने के बाद अन्य अक्षर छोटे-छोटे और सुंदर दिखाई देते हों तो व्यक्ति धीरे-धीरे किसी खास मुकाम पर पहुंच जाता है। ऐसे लोगों को जीवन में सभी सुख-सुविधाएं प्राप्त हो जाती हैं !
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2) जो लोग बुरी तरह से, जल्दी-जल्दी और अस्पस्ट हस्ताक्षर करते हैं वे जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करते हैं। ऐसे लोग सुखी जीवन नहीं जी पाते हैं। हालांकि ऐसे लोगों में कामयाब होने की चाहत बहुत अधिक होती है और इसके लिए वे श्रम भी करते हैं। ये लोग किसी को धोखा भी दे सकते हैं। इनका स्वभाव चतुर होता है इसी वजह से इन्हें कोई धोखा नहीं दे सकता।
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3) कुछ लोग अपने हस्ताक्षर को तोड़-मरोड़ कर या टुकड़े-टुकड़े में करते हैं, हस्ताक्षर के शब्द छोटे-छोटे और अस्पष्ट होते हैं जो कि आसानी से समझ नहीं आते हैं। ऐसे लोग सामान्यत: बहुत ही चालाक होते हैं। ये लोग अपने काम से जुड़े राज किसी के सामने जाहिर नहीं करते हैं। कभी-कभी ये लोग गलत रास्तों पर भी चल देते हैं और किसी को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।
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4)जो लोग कलात्मक और आकर्षक हस्ताक्षर करते हैं वे रचनात्मक स्वभाव के होते हैं। उन्हें किसी भी कार्य को कलात्मक ढंग से करना पसंद होता है। ऐसे लोग किसी न किसी कार्य में हुनरमंद होते हैं। इन लोगों के काम करने का तरीका अन्य लोगों से एकदम अलग होता है। ऐसे हस्ताक्षर वाले लोग पेंटर या कोई कलाकार भी हो सकते हैं।
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5) कुछ लोग हस्ताक्षर के नीचे दो लाइन खींचते हैं। जो ऐसे सिग्नेचर करते हैं उनमें असुरक्षा की भावना अधिक होती है। ऐसे लोग किसी भी कार्य में सफलता को लेकर संशय में रहते हैं। खर्च करने में इन्हें काफी बुरा महसूस होता है अर्थात ये लोग कंजूस भी हो सकते हैं।
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6) जो लोग हस्ताक्षर करते समय नाम का पहला अक्षर थोड़ा बड़ा और पूरा उपनाम लिखते हैं वे अद्भुत प्रतिभा के धनी होते हैं। ऐसे लोग जीवन में सभी सुख-सुविधाएं प्राप्त करते हैं। ईश्वर में आस्था रखने वाले और धार्मिक कार्य करना इनका स्वभाव होता है। ऐसे लोगों का वैवाहिक जीवन भी सुखी होता है।
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7) जिन लोगों के हस्ताक्षर एक जैसे लयबद्ध नहीं दिखाई देते हैं वे मानसिक रूप से अस्थिर होते होते हैं। इन्हें मानसिक कार्यों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
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8) जिन लोगों के हस्ताक्षर सामान्य रूप से कटे हुए दिखाई देते हैं वे नकारात्मक विचारों वाले होते हैं। इन्हें किसी भी कार्य में असफलता पहले नजर आती है।
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9) जिन लोगों के सिग्नेचर मध्यम आकार के अक्षर वाले, जैसी उनकी हैंड राइटिंग है, ठीक वैसे ही हस्ताक्षर हो तो व्यक्ति हर काम को बहुत ही अच्छे ढंग से करता है। वह हर काम में संतुलन बनाए रखता है। ये लोग दूसरों के सामने बनावटी स्वभाव नहीं रखते हैं। जैसे ये वास्तव में होते हैं ठीक वैसा ही खुद को प्रदर्शित करते हैं।
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10) जो लोग अपने हस्ताक्षर को नीचे से ऊपर की ओर ले जाते हैं वे आशावादी होते हैं। निराशा का भाव उनके स्वभाव में नहीं होता है। ऐसे लोग भगवान में आस्थ रखने वाले भी होते हैं। इनका उद्देश्य जीवन में ऊपर की ओर बढऩा होता है। इस प्रकार हस्ताक्षर करने वाले व्यक्ति अन्य लोगों का प्रतिनिधित्व करने की इच्छा रखते हैं।
जिन लोगों के हस्ताक्षर ऊपर की नीचे की ओर जाते हैं वे नकारात्मक विचारों वाले हो सकते हैं। ऐस लोग किसी भी काम में असफलता की बात पहले सोचते हैं।
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सिग्नेचर व्यक्ति की मुहर का यानी स्टाम्प का ही काम करते हैं। किसी भी कार्य से संबंधित पेपर्स पर यदि आपके हस्ताक्षर है तो यही माना जाएगा कि आपने उस काम को अपनी सहमति प्रदान कर दी है।
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हस्ताक्षर की महत्ता को देखते हुए ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार कुछ ऐसी बातें बताई गई हैं, जिनसे किसी भी स्त्री-पुरुष के हस्ताक्षर देखकर ही उसके स्वभाव की गुप्त बातें मालूम की जा सकती है।
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1) जो लोग हस्ताक्षर का पहला अक्षर बड़ा लिखते हैं वे विलक्षण प्रतिभा के धनी होते हैं। ऐसे लोग किसी भी कार्य को अपने ही अलग अंदाज से पूरा करते हैं। पहला अक्षर बड़ा बनाने के बाद अन्य अक्षर छोटे-छोटे और सुंदर दिखाई देते हों तो व्यक्ति धीरे-धीरे किसी खास मुकाम पर पहुंच जाता है। ऐसे लोगों को जीवन में सभी सुख-सुविधाएं प्राप्त हो जाती हैं !
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2) जो लोग बुरी तरह से, जल्दी-जल्दी और अस्पस्ट हस्ताक्षर करते हैं वे जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करते हैं। ऐसे लोग सुखी जीवन नहीं जी पाते हैं। हालांकि ऐसे लोगों में कामयाब होने की चाहत बहुत अधिक होती है और इसके लिए वे श्रम भी करते हैं। ये लोग किसी को धोखा भी दे सकते हैं। इनका स्वभाव चतुर होता है इसी वजह से इन्हें कोई धोखा नहीं दे सकता।
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3) कुछ लोग अपने हस्ताक्षर को तोड़-मरोड़ कर या टुकड़े-टुकड़े में करते हैं, हस्ताक्षर के शब्द छोटे-छोटे और अस्पष्ट होते हैं जो कि आसानी से समझ नहीं आते हैं। ऐसे लोग सामान्यत: बहुत ही चालाक होते हैं। ये लोग अपने काम से जुड़े राज किसी के सामने जाहिर नहीं करते हैं। कभी-कभी ये लोग गलत रास्तों पर भी चल देते हैं और किसी को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।
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4)जो लोग कलात्मक और आकर्षक हस्ताक्षर करते हैं वे रचनात्मक स्वभाव के होते हैं। उन्हें किसी भी कार्य को कलात्मक ढंग से करना पसंद होता है। ऐसे लोग किसी न किसी कार्य में हुनरमंद होते हैं। इन लोगों के काम करने का तरीका अन्य लोगों से एकदम अलग होता है। ऐसे हस्ताक्षर वाले लोग पेंटर या कोई कलाकार भी हो सकते हैं।
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5) कुछ लोग हस्ताक्षर के नीचे दो लाइन खींचते हैं। जो ऐसे सिग्नेचर करते हैं उनमें असुरक्षा की भावना अधिक होती है। ऐसे लोग किसी भी कार्य में सफलता को लेकर संशय में रहते हैं। खर्च करने में इन्हें काफी बुरा महसूस होता है अर्थात ये लोग कंजूस भी हो सकते हैं।
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6) जो लोग हस्ताक्षर करते समय नाम का पहला अक्षर थोड़ा बड़ा और पूरा उपनाम लिखते हैं वे अद्भुत प्रतिभा के धनी होते हैं। ऐसे लोग जीवन में सभी सुख-सुविधाएं प्राप्त करते हैं। ईश्वर में आस्था रखने वाले और धार्मिक कार्य करना इनका स्वभाव होता है। ऐसे लोगों का वैवाहिक जीवन भी सुखी होता है।
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7) जिन लोगों के हस्ताक्षर एक जैसे लयबद्ध नहीं दिखाई देते हैं वे मानसिक रूप से अस्थिर होते होते हैं। इन्हें मानसिक कार्यों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
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8) जिन लोगों के हस्ताक्षर सामान्य रूप से कटे हुए दिखाई देते हैं वे नकारात्मक विचारों वाले होते हैं। इन्हें किसी भी कार्य में असफलता पहले नजर आती है।
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9) जिन लोगों के सिग्नेचर मध्यम आकार के अक्षर वाले, जैसी उनकी हैंड राइटिंग है, ठीक वैसे ही हस्ताक्षर हो तो व्यक्ति हर काम को बहुत ही अच्छे ढंग से करता है। वह हर काम में संतुलन बनाए रखता है। ये लोग दूसरों के सामने बनावटी स्वभाव नहीं रखते हैं। जैसे ये वास्तव में होते हैं ठीक वैसा ही खुद को प्रदर्शित करते हैं।
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10) जो लोग अपने हस्ताक्षर को नीचे से ऊपर की ओर ले जाते हैं वे आशावादी होते हैं। निराशा का भाव उनके स्वभाव में नहीं होता है। ऐसे लोग भगवान में आस्थ रखने वाले भी होते हैं। इनका उद्देश्य जीवन में ऊपर की ओर बढऩा होता है। इस प्रकार हस्ताक्षर करने वाले व्यक्ति अन्य लोगों का प्रतिनिधित्व करने की इच्छा रखते हैं।
जिन लोगों के हस्ताक्षर ऊपर की नीचे की ओर जाते हैं वे नकारात्मक विचारों वाले हो सकते हैं। ऐस लोग किसी भी काम में असफलता की बात पहले सोचते हैं।
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