Friday, 20 March 2015

मोदी ने रोका तो हरियाणा के राकेश ने ठुकराया नासा का 10 करोड़ का ऑफर
करनाल। करनाल के कोयर गांव के रहने वाले राकेश रोहिल्ला ने पीएमओ के कहने पर अमेरिका की अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी नासा से मिले करीब 10 करोड़ रुपए के ऑफर को ठुकरा दिया है। अब वे देश में रहकर ही रिसर्च करेंगे। सितंबर 2014 में नासा के मेडिकल विभाग में जूनियर रिसर्च साइंटिस्ट के लिए उनका चयन हुआ था। नासा की तरफ से वीजा, टिकट और तमाम सुविधाओं की व्यवस्था कर दी गई थी, 23 मार्च को उन्हें रवाना भी होना था। इसी बीच 17 मार्च को उन्हें पीएम ऑफिस से मिलने का न्योता आया। वहां पहुंचे तो उन्हें वर्ल्ड आयुर्वेदिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट काउंसिल (डब्लूएआरडीसी) की सदस्यता दिए जाने की पेशकश के साथ उन्हें देश में रहकर ही अपनी रिसर्च पूरी करने की बात कही गई।
थैलेसीमिया और ग्लैंड कैंसर पर कर रहे हैं रिसर्च
22 वर्षीय राकेश ने नेशनल बॉटनी रिसर्च इंस्टीट्यूट से अपनी मास्टर डिग्री पूरी की है। उसने थैलेसीमिया और ग्लैंड कैंसर पर अपनी रिसर्च की है। उनकी 70 प्रतिशत रिसर्च पूरी हो चुकी है। इसी रिसर्च के दौरान उसका चयन नासा में हुआ था। अब पीएमओ के आश्वासन के बाद उसने नासा न जाने का निर्णय लेकर देश में ही रहकर रिसर्च पूरी करने का फैसला किया है।
अब हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भेजा मिलने का न्योता
पीएम ऑफिस के बाद अब राकेश को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर ने मिलने का न्योता भेजा है। हरियाणा के छोटे-से गांव से ताल्लुक रखने वाले राकेश की इस मेहनत पर मुख्यमंत्री भी अब उसे बधाई देना चाहते हैं।
गरीब परिवार में पैदा होकर तय किया यह सफर
राकेश एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इस सफलता का श्रेय वे अपने माता-पिता और अपने अध्यापक सुनील कुमार ढुल को देते हैं। राकेश के पिता मजदूरी करते हैं। अब बेटे की इस सफलता ने उनका भी सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।

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