नई दिल्ली: ज्यादातर आपने मंदिरों में भगवान की मूर्तिया आदि पर पूजन होते देका होगा, पर राजस्थान के पाली में स्थित ओम बन्ना सा का मंदिर अन्य सभी मंदिरों से बिल्कुल अलग है। इस मंदिर की विशेषता है कि यहा पर भगवान की मूर्ति नही, बल्कि एक मोटरसाइकिल और उसके साथ रखी ओम सिंह राठौर की फोटो है, जिसकी लोग पूजा करते हैं।
पाली के चोटिला गांव निवासी 25 वर्षीय ओम सिंह राठौड़ (ओम बन्ना) का इसी राजमार्ग पर 02 दिसंबर 1988 को सड़क दुर्घटना में देहांत हो गया था। पुलिस द्वारा मोटरसाइकिल को पुलिस थाने ले जाया गया लेकिन दूसरे दिन मोटरसाइकिल एक्सिडेंट वाली जगह पर पहुंच गई। मोटर साइकिल के अपने आप स्टार्ट होने की घटना होने लगी। तब उनके पिता ने मोटर साइकिल को एक्सीडेंट वाली जगह रखा दिया।
बन्ना की रॉयल एनफील्ड बुलेट शीशे के एक आवरण में पूजास्थल पर रखी गई है। कहा जाता है कि इसके बाद से रात्रि में ओम सिंह बन्ना अक्सर वाहन चालको को दुर्घटना से सावधान करते दिखाई देने लगे। तब से यह स्थान पूजनीय हो गया और आज यहां बन्ना सा की और उनकी मोटर साइकिल की पूजा होती है। आज ये स्थान हर आने जाने वाले चालक को गाडी सड़क नियमों का पालन करते हुए चलाने की सीख देता है। जो माना जाए तो यह किसी चमत्कार से कम नहीं है। और लोग भी पूरी श्रद्धा के साथ वहा जाकर मोटर साइकिल की पूजा अर्चना करते है।
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