Monday, 9 March 2015


इज़राइल : दूध और शहद की धरती

इज़राइल वह पुण्य भूमि है, जहां किंग सोलोमन ने पहला यहूदी मंदिर बनवाया, मोहम्मद साहब अपने रात के सफर–में रुके व जत को नसीब हुए अौर जहां ईसा मसीह पले–बढ़े। यहां हर धर्मों के तीर्थयात्री यहीं वह हुआ था के जज्बे के साथ आते हैं। ऐतिहासिक महत्व वाली इस पवित्र अौर सुंदर धरती पर तीर्थयात्रियों अौर पर्यटकों का जमघट लगा रहता है। इज़राइल में आप जहां कहीं घूमेंगे, आपको दोस्ताना स्वभाव के अंग्रेजी बोलने वाले लोग मिल जाएंगे। हालांकि बसंत,
जब बादाम के पेड़ों पर फूल लगने लगते हैं, यहां घूमने का सबसे सही समय होता है। लेकिन सूरज की अराधना करने वालों के लिए गर्मियों के दिन बिलकुल ठीक रहेंगे।

यरुशलम दुनिया के सबसे रोमांचकारी अौर साथ ही सुंदर शहरों में से एक है। हिब्रू में यह यरुशलाइम कहलाता है, जिसका मतलब है– शांति का शहर अौर अरबी में अल खुद्ज यानी पवित्र। थोडे़ ही समय में तेल अवीव शहर का जादू आपके सिर चढ़कर बोलने लगता है, बहुत हद तक मुंबई की तरह। विशाल समुद्री तटों, बाज़ारों, पार्कों, संग्रहालयों और गैलरियों के अलावा शहर में तमाम तरह के कैफे, बार अौर रेस्तरां हैं, जो अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को अपनी अोर खींचते हैं।

गोलन की पहाडि़यों, गैलीली और ताइबेरिया के कस्बों, नाज़रथ से लेकर मृत सागर और नेगेव के रेगिस्तान तक ऐसा लगता है कि यह देश अब भी अतीत के उस दौर में खड़ा है, जिसे देखकर आप अपनी स्मृतियों में खो जाते हैं और इतिहास व उन चीजों को याद करने की कोशिश करते हैं, जिन्हें किताबों में पढ़ा है।

No comments:

Post a Comment