Sunday, 26 April 2015

मिशनरी का सेवा भाव केवल दिखावा है जबकि वह मरते हुए इंसान को भी ईसाई बनाने मे विश्वास करते है| नेपाल मे लोग मर रहे है और मिशनरी के लोग इस को एक मौके के रूप मे देख रहे है इस को एक opportunity बोल रहे है | जब भी दुनिया मे कोई घटना होती है ईसाई मिशनरी उस को पर्व की तरह मानती है क्यूकि उन का मानना है कि मरते हुए आदमी की हेल्प कर के लोगो को आसानी से ईसाई बना सकते|
वंदे मातरम - सुमित चौधरी
AMIM यानि ओवैसी भाइयों तुम्हे शर्म कब आएगी जो इस भूकंप को अल्लाह का काफिरों पर कहर बता रहे हो । छिह तुम्हारे परवरिस और तालीम तुम्हारी बातों में झलकती है ।
‪#‎बेहया_बेशर्म‬
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आपसे अनुरोध :::::
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अगर आप नेपाल और भारत में आये भूकम्प से
प्रभावित लोगों की मदद में कुछ करना चाहते हैं, कोई
राशि देना चाहते हैं तो इसको PM relief fund में
ही दें ....

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प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल और उत्तर भारत में आये भूकंप पर अफ़सोस के लिए जो ट्वीट किया उससे पहले नेपाल की मदद के लिए भारत का पहला प्लेन नेपाल में लेंड हो चूका था।
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एक वक्त था जब 26/11 के आतंकी हमले के वक्त ‪#‎NSG‬ कमांडो को दिल्ही से मुम्बई भेजने में 12 घंटे लगते थे। और कुछ नेता आज भी ऐसे है जो 100 मीटर पर आत्महत्या कर रहे बन्दे को नहीं बचा पाते..!!




56 इंच का सीना .................................!!!

इससे पहले की उत्तर प्रदेश और विहार के मुख्यमंत्री अपने अधिकारियों को अपने अपने राज्य में भूकंप से प्रभावित इलाको के आकलन के लिए बुलाते ..उससे पहले ही प्रधानमंत्री मोदी का सहायता संदेश दोनों मुख्यमंत्रियों के पास पहुंचा ....
सुबह 11.56 बजे जैसे ही भूकंप ने नेपाल को अपनी जद में लिया मोदी के निजी स्टाफ ने इसकी सूचना प्रधानमन्त्री को दी तत्काल प्रधानमंत्री ने अपने प्रिंसिपल सेकेटरी नृपेन्द्र मिश्रा को बुलाया और नेपाल तथा देश में हुई छति के 
 आकलन को कहाँ ..इस कार्य में प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल थे .अगले दस मिनट में इंटेलीजेंस ब्यूरो के डायरेक्टर की रिपोर्ट प्रधानमंत्री मोदी की टेबिल पर थी .रिपोर्ट में विहार तथा उत्तर प्रदेश सहित नेपाल के भूकंप प्रभावित इलाको के स्कैच शामिल थे !
समय 12:30PM अधिकारियो के साथ संक्षिप्त मीटिंग के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने सूचना जारी की .कि प्रधानमंत्री कार्यालय भारत के अंदर तथा नेपाल में भूकंप से प्रभावित लोगो तक मदद पहुंचाने के लिए कार्य कर रहा है .......
समय 12:40 प्रधानमंत्री मोदी ने सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग को सूचना दी कि एयरफ़ोर्स सिक्किम के प्रभावित इलाको में मदद पहुचने को तैयार ...
12.55 ....विहार तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को प्रधानमंत्री का फोन तथा प्रभावित इलाको की जानकारी माँगी ....बिहार तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से बात के बाद नेपाल के राष्ट्रपति राम वरन यादव को मोदी का फोन ...1.15 PM ..मोदी का प्रधानमंत्री कार्यालय को निर्देश कि अधिकारी भूटान में भारतीय दूतावास के संपर्क में रहे इसके साथ भूटान के शाही परिवार को मोदी का सन्देश
समय 2 PM, सभी प्रभावित इलाको की सूचना मिलने के बाद मोदी का अपने प्रिंसिपल सेक्रेटरी को अधिकारियों की मीटिंग का निर्देश ....समय 3 PM. .गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ प्रधानमंत्री स्वयं हॉट लाईन पर.उसके बाद रक्षा मंत्री मनोहर पारिकर से संपर्क और जरुरी साज सामान के साथ सेना के दो जहाज नेपाल भेजने का निर्णय सहित बापसी में नेपाल में फंसे भारतीय नागरिको को दिल्ली बापस लाने का निर्देश ..............!!!


उच्चतम न्यायालय ने पूछा, क्या इंडिया को भारत कहा जाए

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उच्चतम न्यायालय ने पूछा, क्या इंडिया को भारत कहा जाएनई दिल्ली : उच्चतम न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर करके मांग की गई है कि 'इंडिया' का नाम बदल कर भारत किया जाना चाहिए। इसपर शीर्ष अदालत ने देश के नामकरण पर उठाए गए सवालों का परीक्षण करने का फैसला किया है। केंद्र और राज्य सरकारों से जवाब मांगा है। पूछा है कि क्या 'इंडिया' नाम को बदलकर 'भारत' कर दिया जाना चाहिए।

मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एचएल दत्तू और जस्टिस अरुण मिश्रा की खंडपीठ ने देश का नाम भारत करने को लेकर दायर जनहित याचिका पर संज्ञान लेते हुए केंद्र व राज्य सरकारों को निर्देश दे कि वह सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यो के लिए भारत का इस्तेमाल करें।

यह याचिका महाराष्ट्र के सामाजिक कार्यकर्ता निरंजन भटवाल ने दायर की। उन्होंने कहा कि यहां तक कि गैर सरकारी संगठनों और कॉरपोरेट्स को भी सभी आधिकारिक और अनाधिकारिक उद्देश्यों के लिए 'भारत' का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया जाना चाहिए।

जनहित याचिका में कहा गया है कि संविधान सभा में देश का नाम रखने के लिए "भारत, हिंदुस्तान, हिंद और भारतभूमि या भारतवर्ष और उस तरह का नाम" रखने के प्रमुख सुझाव आए थे।




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