सिगरेट मेँ क्या मिला होता है?
अमूमन एक नजर मेँ देखने पर हमेँ सिगरेट कागज मेँ
लिपटी हुई तम्बाकू से ज्यादा कुछ नहीँ
लगेगा, पर सिगरेट बनाने वाली कंपनिया इसके धुएं मेँ
फ्लेवर देने के लिए क्या मिलाती हैँ, ये
कभी नहीँ बताती, सिगरेट
सुलगाने के बाद और भी ज्यादा खतरनाक उत्पाद बनते
हैँ। सबकी लिस्ट इस प्रकार है।
एसीटिक एसिड (सिरका)
अमोनिया (टॉयलेट क्लीनर)
आर्सेनिक (जहर)
ब्यूटेन (एक तरह की ज्वलनशील गैस)
कैडमियम (बैटरी मेँ प्रयुक्त होने
वाला तत्व)
कार्बन मोनो ऑक्साइड (कोयले के जलने पर
बनने वाली गैस)
मीथेन (सीवर गैस)
निकोटीन (कैँसर कारक)
इसके अलावा कुछ मात्रा मेँ ये तत्व भी बनते हैँ,
हेक्सामाइन
इन्सेक्टीसाइड
पेन्ट
टॉलूईन
धूम्रपान त्यागिए क्योँकि एक सिगरेट पीने से आप इतना
जहर अपने शरीर मेँ उतार रहे होते हैँ।।
==========================
गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित जलेश्वर महादेव मंदिर में 5000 साल पुराना शिवलिंग है,जिसका अभिषेक बारहों महीनें और चौबीसों घंटे होता रहता है,शिवलिंग का अभिषेक खुद जलदेवता ही करते हैं। आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ कि शिवलिंग पर पानी न बरसा हो,सारा पानी जमीन से ही आता है और वापस जमीन में ही पहुंच जाता है।
अमूमन एक नजर मेँ देखने पर हमेँ सिगरेट कागज मेँ
लिपटी हुई तम्बाकू से ज्यादा कुछ नहीँ
लगेगा, पर सिगरेट बनाने वाली कंपनिया इसके धुएं मेँ
फ्लेवर देने के लिए क्या मिलाती हैँ, ये
कभी नहीँ बताती, सिगरेट
सुलगाने के बाद और भी ज्यादा खतरनाक उत्पाद बनते
हैँ। सबकी लिस्ट इस प्रकार है।
एसीटिक एसिड (सिरका)
अमोनिया (टॉयलेट क्लीनर)
आर्सेनिक (जहर)
ब्यूटेन (एक तरह की ज्वलनशील गैस)
कैडमियम (बैटरी मेँ प्रयुक्त होने
वाला तत्व)
कार्बन मोनो ऑक्साइड (कोयले के जलने पर
बनने वाली गैस)
मीथेन (सीवर गैस)
निकोटीन (कैँसर कारक)
इसके अलावा कुछ मात्रा मेँ ये तत्व भी बनते हैँ,
हेक्सामाइन
इन्सेक्टीसाइड
पेन्ट
टॉलूईन
धूम्रपान त्यागिए क्योँकि एक सिगरेट पीने से आप इतना
जहर अपने शरीर मेँ उतार रहे होते हैँ।।
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गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित जलेश्वर महादेव मंदिर में 5000 साल पुराना शिवलिंग है,जिसका अभिषेक बारहों महीनें और चौबीसों घंटे होता रहता है,शिवलिंग का अभिषेक खुद जलदेवता ही करते हैं। आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ कि शिवलिंग पर पानी न बरसा हो,सारा पानी जमीन से ही आता है और वापस जमीन में ही पहुंच जाता है।
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