Tuesday, 3 April 2018


भीम सेना की खुली पोल. 2 दिन के अंदर ही पता चल गई औकात.दलितों की बात करने वाली भीम सेना का प्रदेश अध्यक्ष निकला मुसलमान.
दलितों के नाम पर कल का अत्याचार पूरे देश ने देखा मगर इस पूरे अत्याचार और दंगों में कुछ चीजें जो हमने नहीं देखी वह यह थी कि इस पूरे आंदोलन को 2:00 बजे के बाद हाईजैक किया गया. इसमें भीम आर्मी ने जिस तरीके से अपना रोल निभाया वह निश्चित रूप से निंदनीय था क्योंकि भीम आर्मी ने ही जय भीम के नारे लगाते हुए देशभर के विभिन्न राज्यों में और खासकर उन राज्यों में जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है वहां पर अधिक उत्पात मचाया ताकि एक ऐसे फैसले पर प्रधानमंत्री मोदी को घेरे में लिया जा सके जिसमें प्रधानमंत्री मोदी असली दोषी है ही नहीं उल्टा सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश है कि एससी एसटी एक्ट में बिना पूछे गिरफ्तारी ना हो और जब तक अपराध सिद्ध ना हो जाए तब तक किसी की भी मान को हानि न पहुंचे. परंतु कांग्रेस के लोगों को यह कहां मंजूर था? उन्होंने दलितों को ना सिर्फ भड़काया बल्कि अपनी भी टीम दलित आर्मी के नाम से मशहूर भीम सेना या भीम आर्मी को इस काम में लगा दिया और देश किस तरह से जला हम सबने देखा.इस भीम सेना की सच्चाई तब पता चली जब इसके महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष की तस्वीर वायरल हुई अब आप यह सोच रहे होंगे कि दलितों के लिए शुरू हुई इस एक सेना के अंदर आखिर किस प्रकार से लोग चुने जाते होंगे लेकिन एक आईडिया तो आपने भी लगा लिया होगा कि इसका प्रदेश अध्यक्ष कोई दलित ही होगा यद्यपि ब्राह्मण भी हिंदू होते हैं परंतु कोई ब्राह्मण नहीं हो सकता लेकिन क्या आपको पता है कि दलितों के लिए तथा कथित रूप से काम करने वाली इस एक बड़ी सेना का महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष कौन है?इस के प्रदेश अध्यक्ष का नाम है फुरकान सिद्दीकी. फुरकान सिद्दीकी हिंदू का नाम तो नहीं हो सकता और यह कोई दलित का भी नाम नहीं हो सकता है लेकिन यह एक मुसलमान का नाम अवश्य हो सकता है.यही पता चला जब हमने इस एक खबर और इस सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर के सामने हमने यह सोचा कि इसकी तहकीकात की जाए तो हमें चौकानेवाले नतीजे मिले क्योंकि इस एक बड़ी तथाकथित दलितों के लिए काम करने वाली सेना का प्रदेश अध्यक्ष सच में फुरकान सिद्दीकी ही है और यह तस्वीर सही हैदलित आंदोलन के नाम पर भारत बंद का आयोजन भी कांग्रेस के कहने पर ही किया गया देश में भले ही 28 राज्य हैं परंतु हिंसा केवल उन्हीं राज्यों के अंदर की गई जहां NDA यह भारतीय जनता पार्टी की सरकार है इसमें सबसे अधिक नुकसान राजस्थान मध्य प्रदेश बिहार के अंदर हुआ मध्यप्रदेश और राजस्थान में आने वाला समय चुनावी समय होने वाला है और उसको देखते हुए कोई भी अंदाजा लगा सकता है कि यह दलित आंदोलन को हवा देने के लिए करोड़ों रुपए कांग्रेस ने इसके पीछे क्यों लगाएं. इसी को देखते हुए अब हम यह आपको बता रहे हैं कि फुरकान सिद्दीकी सच में महाराष्ट्र में दलितों के लिए काम करने वाली भीम आर्मी का सदस्य ही नहीं बल्कि प्रदेश अध्यक्ष है यदि आप ध्यान देंगे तो बिहार झारखंड में जो तबाही मचाई गई वह पड़ोस के बंगाल और उड़ीसा में नहीं देखी गई क्योंकि वहां पर सरकार भारतीय जनता पार्टी की नहीं है.यह पूरी तरीके से एक ऐसा षड्यंत्र है जिसमें 2019 की तैयारी सीधे तौर पर चल रही है और कैंब्रिज एनालिटिका की सेवाएं ले रही कांग्रेस के लिए स्थितियां और भी जटिल होती जा रही है क्योंकि अब कैंब्रिज एनालिटिका पकड़ी गई है और कैंब्रिज एनालिटिका ने खुद ही माना है कि वह कांग्रेस के लिए काम करती थी और आज भी कांग्रेस उसकी एक क्लाइंट है तो इस को मद्देनजर रखते हुए हम यह बता सकते हैं कि पूरे देश के अंदर आग लगाने का पूरा षड़यंत्र कांग्रेस द्वारा ही किया गया है.राहुल गांधी ने सुबह ही ट्विटर पर ट्वीट करके इस एक बड़े आंदोलन का समर्थन कर दिया था. इससे यह भी पता चल जाता है कि इस एक बड़े दलित आंदोलन में हिंसा की चिंगारी भी राहुल गांधी नहीं लगाई थी और इसमें मुसलमानों को भी देखा गया था जो अपनी जालीदार टोपी पहने हाथ में तलवार लिए और दूसरे हाथ में नीला झंडा लिए जय भीम जय मीम का नारा लगा रहे थे.इस आंदोलन में एक व्यक्ति भी पूरी तरीके से बेनकाब हुआ जो करणी सेना में राजपूतों के लिए तलवार लेकर सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल किया था और अब भीम सेना में जाकर तस्वीरें वायरल कर रहा है और जब उसे इसके बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि वह जातिगत समरसता को बढ़ावा देने के लिए ऐसा करता है. अधिक तहकीकात की गई तो पता चला कि वह कांग्रेस का ही एक कार्य करता है जिसका नाम अब्दुल खान है और वह राजपूत बनकर करणी सेना के उपद्रव में और दलित बनकर भीम सेना की इस बड़ी कार्यवाही में शामिल था.यह निश्चित रूप से आपको सावधान कर देने वाली खबर है क्योंकि देश को तोड़ने वाली शक्तियां अब पूरी तरीके से सड़कों पर उतर आई है और प्रधानमंत्री मोदी को किसी तरह भी गद्दी से नीचे गिराना चाहते हैं और ऐसा करने के लिए वह आपको फिर से जातियों में बैठकर आपका वोट तोड़ना चाहती हैं ताकि आपस में मिलकर वह फिर से एक बार आपको 10 सालों के लिए लूट सके.

सावधान हो जाइए!

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