मोदीजी या तो आप कुचलिए, या फिर वो आपको कुचल देंगे! काल स्वयं में क्रूर है!
#CambridgeAnalitica ने अपने क्लाइंट को सत्ता दिलाने के लिए पूरी दुनिया में हत्या से लेकर आंदोलन, उपद्रव तक का सहारा लिया है! इसीलिए सत्य को पहचानिए..
1) फोटो-1 गोल जालीदार टोपी वाले दलित कब से हो गये?
2) फोटो-2 करणी सेना का राजपूत कब से भीम आर्मी में शामिल होने लगा?
#CA का भारत में क्लाइंट कांग्रेस है, और कांग्रेस के पालतू जातिवादी-संप्रदायवादी-कुनबाई नेता, जेहादी तत्व, कंन्वर्जन के व्यापारी और दिल्ली में पत्रकारों के वेश में बैठा प्रो-पाकिस्तानी 'पीडी-पेटिकोट मीडिया' है! आंखें खोलिए! आपके पासपोर्ट पर भारत लिखा है, न कि दलित!
और हां, प्रधानमंत्री मोदीजी आपको ससम्मान कहना चाहता हूं कि वाजपेयीजी ने भी विकास ही किया था, बस वह संसद हमला, एयर इंडिया का विमान अपहरण, 2002 में गोधरा में साबरमती एक्स पर हमला-आदि में भारत में बैठे प्रो-पाकी हाथ को समझने में चूक गये थे! फिर समय ने उन्हें कभी मौका नहीं दिया! समय किसी का नहीं! देश-तोड़क लोगों को निर्ममता से कुचलिए, अन्यथा समय आपको निगल लेगा! यही कालचक्र है! धन्यवाद!
Sandeep Kumar Deo
Umesh Singh
पुटकी में बंदी के दौरान राजद नेता हातिम अंसारी ये कौन सा दलित है।
समाज को तोड़ने का चाल समझिये।
समाज को तोड़ने का चाल समझिये।
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