Tuesday, 3 April 2018

.ब्रेकिंग इंडिया फोर्सेस

ये पर्चे कल के भारत बंद में भीड़ को नारे याद करवाने के लिए दिए गए थे...अब इसमें लिखित कुछ नारो पर गौर करे...नारा संख्या 3, 6, 8, 9, 10, 14 को देखो और समझो...ये दलित मुस्लिम जुगलबंदी क्या है ?...कौन करवा रहा है ?...मामला दलितों से जुड़ा हुआ था तो ये 'बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना' कौन है ?...ब्रेकिंग इंडिया फोर्सेस का तो जैसे बरसो का सपना पूरा हो रहा है....कितनी मेहनत से बामसेफ जैसे संगठन खड़े किए गए....एट्रोसिटी लिटरेचर फैलाया गया...दलित जातियों को हिंदुत्व से विमुख किया गया...धीरे से उन्हें मुस्लिमो से अटेच किया गया...देश के एक बड़े वर्ग से नफरत करने सिखाया गया...यंहा कोई अधिकार वधिकार की बात नही बची...ये भारत बंद जैसे प्रदर्शन एक बड़ी साजिश का छोटा सा हिस्सा है...
Nitin Choudhary

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संविधान की किताब में जरूर हम लोग ST/SC/OBC/GENERAL,दलित,महादलित हों..परंतु 
आसमानी किताब मे केवल और केवल काफिर हैं
बटोगे ....तो कटोगे ...
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लिंगायत क्या अहिन्दू हैं..?
शूर्पणखा सुंदर वेश में राम के पास आई थी, पर जब उसकी चालें नाकामयाब होने लगी तो वह अपने *असली राक्षसी रूप* में प्रगट होजाती है और सीता आदि को मारने दौड़ पड़ती है।
*कांग्रेस भी अब अपने असली राक्षसी रूप में आ गई है* खुले तौर पर और पूरे हिन्दू समाज के के सामने *नग्न* हो गई है।
हिन्दू समाज व भारत को नष्ट करने का इसका *गुप्त उद्देश्य* जग जाहिर हो गया है
पहले अखंड भारत के टुकड़े, फिर हिन्दू समाज को GC, OBC, SC, ST, Minority(jain, boudh, sikh आदि) आदि में विभाजित किया। और *अब लिंगायत को हिन्दू समाज से अलग करने की घोषणा👇
आगे अब किस किस की बारी है?
इसका विरोध नहीं किया गया तो भविष्य में खान्ग्रेस *ऐसी घोषणाएं* करने वाली है...
...कबीर पंथी हिन्दू नहीं हैं,
...स्वामीनारायण सेक्ट हिन्दू नहीं है,
...राधास्वामी हिन्दू नहीं हैं,
...गायत्री परिवार हिन्दू नहीं हैं,
...रविदासिया आदि 10 हज़ार डेरे हिन्दू नहीं हैं,
...नामधारी सिख नहीं हैं
...निरंकारी सिख नहीं हैं,
...दिगंबर सेक्ट जैन नहीं हैं
...नवयान बौद्ध नहीं हैं,
..पर क्या ये कांग्रेस कभी हिम्मत करेगी कि *देवबंदी मुस्लिम* नहीं हैं, या *मेथोडिस्ट क्रिस्टियन* नहीं हैं?
Sanjay Dwivedy
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 · कांग्रेस और कैम्ब्रिज एटलांटिका का असर नज़र आया ?? 
बहुत गौर से खबरें देख रहा हूँ। तोड़फोड़ सिर्फ बीजेपी शासित प्रदेशों में ही हो रही है।
क्या आंध्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल जैसे राज्यों में दलित नहीं रहते??? वहां से न कोई बंद की खबर है और न तोड़फोड़ की।
दो दिन तक नेताओं की भाषण बाजी सुन लीजियेगा कोई इन तथा कथित दलितों को तोड़फोड़ और आगजनी के लिए जिम्मेदार नहीं ठहरायेगा। यहां असामाजिक तत्व नजर आयेंगे.
जब कोई दलित मारा जाता है तो सवर्ण तुरन्त नजर भी आता है और उसका ढिंढोरा भी पीटा जाता है। वाकई भगवान ही मालिक है भारत का।
फैसला सुप्रीम कोर्ट का आंदोलन सरकार के खिलाफ वो भी किन राज्यों में -
हरियाणा (भाजपा शासित)
राजस्थान (भाजपा शासित)
झारखण्ड (भाजपा शासित)
मध्य प्रदेश (भाजपा शासित)
बिहार (भाजपा/एनडीए शासित)
महाराष्ट्र (भाजपा शासित)
उत्तर प्रदेश (भाजपा शासित)
सवाल :-
जबकि केंद्र की भाजपा सरकार फैसले के खिलाफ रिव्यू पिटीशन डाल रही है फिर भी ये बन्द क्यों वो भी सिर्फ भाजपा शासित राज्यों में ?
जवाब :-
आंदोलन नही ये गुंडागर्दी है, दलितों की नही समूचे विपक्ष की, ये विपक्ष/काँग्रेस की गुंडागर्दी है 2019 कि रणनीति है जिसके तहत अब जातिवादी जहर घोलना, देश को जाति धर्म के नाम पर दंगे कर जलाकर 2019 आम चुनाव में मोदी जी को हराने के लक्ष्य है।
जागो हिन्दू जागो
Sanjay Dwivedy
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एक #प्रतिभा_पाटिल थी.... इतिहास में नाम अमर हो गया पर गिफ्टों का मोह नहीं छूटा वो भी तीन तीन ट्रक भरके ले गई ....
एक #मनमोहन_सिंह थे ....बिना एक चुनाव लड़े ....बिना एक रूपए की जिम्मेदारी के ...दस साल देश के प्रधानमंत्री बने रहे पर रोलेक्स घड़ियों से मोह नहीं छूटा , __पूरे बंगले से एक एक चीज़ पोंछा मारके ले गए ।
एक #केजरीवाल हैं लोगों के चंदे में से भी अपनी तनख्वाह निकालते रहे , 55 किलो से 90 किलो के हो गये ..!
एक #नरेंद्र_मोदी है... जो तनख्वाबह भी बच्चियों की शिक्षा में दान करते हैं ... जो सूट पहनते तो है पर उसे भी गंगा माँ की सफाई के लिए बिकवा देते है ...परिवार छोड़ दिया इसकी चिंता है तुम्हे , पर ये भी देखो की परिवार किसके लिए छोड़ा ...... ??
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 न करे बाबा साहेब के नाम का अपमान, 
बाबा साहेब ने नही बनाया कोई SC/ST एक्ट
आप बिलकुल भी कन्फुज न हो, ये SC/ST एक्ट जो भारत में चल रहा है इसे भीमराव रामजी आंबेडकर जी ने नहीं बनाया, वो इस तरह के एक्ट नहीं बनाते थे, भीमराव रामजी आंबेडकर का देहांत तो 6 दिसम्बर 1956 को ही हो गया था, जबकि SC/ST एक्ट बना 11 सितम्बर 1989 में, फिर SC/ST एक्ट का भीमराव रामजी आंबेडकर से क्या लेना देना, इसलिए आप SC/ST एक्ट और भीमराव रामजी आंबेडकर को जोड़कर बाबा साहेब का अपमान न करें
SC/ST एक्ट 1989 में कांग्रेस द्वारा बनाया गया, इस एक्ट का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर तभी से किया गया है, और जिस तरह निर्भय के बाद महिलाओं का एक्ट बनाया गया और ये भी तथ्य है की अब महिलाएं इस एक्ट का इस्तेमाल गलत तरीके से करती है, SC/ST एक्ट का भी इस्तेमाल गलत तरीके से किया गया है और इस बात से कोई भी इंकार नहीं कर सकता, अधिकतर SC/ST एक्ट के मामले फर्जी ही निकलते है, लोगों को फंसाने में इस एक्ट का इस्तेमाल हुआ है, ये एक तथ्य है
आज जब वामपंथी संगठन भीमटो के साथ मिलकर देश बंद कर रहे है, रेल रोक रहे है तो वो बाबा साहेब की तस्वीर का इस्तेमाल कर रहे है, जो सरासर गलत है, SC/ST एक्ट का बाबा साहेब से कुछ लेना देना नहीं है, बाबा साहेब की तस्वीर का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है, बाबा साहेब ने ये एक्ट नहीं बनाया..


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