Sunday 12 October 2014

सीरिया में चल रहे जिहाद में शामिल होने गईं
ऑस्ट्रिया की दो टीनेज लड़कियां अब घर
लौटना चाहती हैं। जिहाद की 'पोस्टर गर्ल्स'
बन चुकी ये लड़कियां अब प्रेगनेंट हैं और
इनका नए लाइफ स्टाइल से मोह भंग
हो चुका है। मगर ऑस्ट्रिया सरकार
का कहना है कि अब इनका वापस
लौटना मुमकिन नहीं है।
17 साल की सामरा केसिनोविच और उसकी 15
साल की सहेली सबीना सेलिमोविच की परवरिश
ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में हुई थी। इस
साल अप्रैल में वे सीरिया में चल रही 'पवित्र
लड़ाई' में हिस्सा लेने के लिए रवाना हो गई थीं।
इन लड़कियों ने जब घर छोड़ा था, तो पैरंट्स के
लिए नोट छोड़ दिया था। इसमें लिखा था-
हमारी तलाश मत करना। हम अल्लाह के लिए
काम करेंगी और उनके लिए मर मिट जाएंगी।
बताया जाता है कि सीरिया पहुंचने के बाद
उन्होंने स्थानीय लड़ाकों से शादी कर
ली थी और अब वे प्रेगनेंट हैं। ऑस्ट्रिया पुलिस
का कहना है कि लड़कियों के सोशल
मीडिया अकाउंट को आईएसआईएस के
जिहादियों ने अपने कब्जे में ले लिया था और
अपनी मर्जी से चीज़ें पोस्ट कर रहे थे। वे इन
लड़कियों के लाइफ स्टाइल का का जिक्र करके
और लड़कियों को भी सीरिया आने के लिए
प्रेरित कर रहे थे।
इंग्लिश न्यूज पेपर डेली मेल के मुताबिक
सिक्यॉरिटी सर्विस के सूत्रों ने ऑस्ट्रिया के
मीडिया को बताया है कि ये लड़कियां अपने
पैरंट्स से संपर्क करने में कामयाब रही हैं।
उन्होंने अपने परिजनों को बताया है कि अब
बहुत हुआ और वे वापस घर आना चाहती हैं।
हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि वे अपनी नई
जिंदगी को आसानी से नहीं छोड़ सकतीं,
क्योंकि उनकी तस्वीरें दुनिया भर में फैल
चुकी हैं।
ऑस्ट्रिया के एक न्यूज पेपर के मुताबिक
दोनों के पैरंट्स उनसे संपर्क करने की कोशिश
कर रहे थे और किसी तरह से वे कामयाब
भी रहे। अब ये लड़कियां घर आने के लिए बेताब
हैं। अखबार के मुताबिक लड़कियां इस वक्त
आईएस के रक्का में हैं और उनकी शादी चेचेन
लड़ाकों से हुई है और प्रेगनेंट हैं।
इस बारे में ऑस्ट्रिया के आंतरिक मामलों के
मंत्री कार्ल हेंज ग्रंडबेक का कहना है
कि लड़कियों ने यह फैसला बहुत देरी से
लिया है। उन्होंने कहा, 'सबसे
बड़ी समस्या आईएसआईएस में शामिल होने गए
लोगों का वापस ऑस्ट्रिया लौटना है। अगर वे
वहां गए हैं तो उनका लौटना संभव नहीं है।'
पिछले दिनों ऐसी भी खबर आई
थी कि लड़कियों की मौत हो गई है, लेकिन इन
खबरों की पुष्टि नहीं हुई थी। अभी तक यह साफ
नहीं हो पाया कि इन दोनों बोस्नियन लड़कियों ने
क्यों आईएस जाने का फैसला किया था। कैसे वे
चेचेन युवाओं के संपर्क में आईं।
पुलिस इस बात से भी चिंतित है कि इन दोनों ने
देश की लड़कियों को आईएस जॉइन करने के
बारे में उकसाया था। अब यह बता लगाने
की कोशिश कर रही है कि आखिर इन
लड़कियों को किसने गुमराह करके
सीरिया भेजा। माना जा रहा है कि अभी तक
ऑस्ट्रिया से 130 लोग आईएस में शामिल
हो चुके हैं।

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