Sunday 3 May 2015

mediya....

जिस देश मे सर्वोच्च देव विष्णु फटे तम्बू मे , देवाधिदेव महादेव बन्दूको के साये मे , मोक्षदायनी गंगा कीचड और गंदगी मे , गौ माता कसाई घर मे , दारा और प्रज्ञा जैसे राष्ट्रवादी जेल मे , चंद्रशेखर भगत और सुभाष जैसी वीर बलिदानी आत्मायें गुमनामी मे रहते हों उस देश के लोग भगवान से किस मुह से पूछ रहे हैं कि --
** हे भगवान हम ने आप का क्या बिगाडा है जो बार बार भूकम्प , तूफ़ान और बाढ आ रहे हैं *** ??
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स्कूल के एक बच्चे से उसकी क्लास
टीचर ने पूछा कि ....
गांव और शहर में क्या अन्तर है ....???
बहुत सुन्दर उत्तर दिया उसने ....
इतना ही अन्तर है कि गांव में ,
कुत्ते आवारा घूमते हैं और गौमाता पाली
जाती है .......
और शहर में कुत्ता पाला जाता है और गौमाता आवारा
घुमती हैं ... !!!
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हम बाइबिल नहीं खा सकते, हम उसका बेलचे-फावड़े की जगह इस्तेमाल नहीं कर सकते। अगर आप नेपाल के लिए प्रार्थना कर रहे हैं, तो धन्यवाद। पर मैं आपसे आग्रह करता हूं कि उठें और वास्तव में कुछ करें। रुपया और बाइबिल न भेजें। ........' आहत और खीझे हुए नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला [ये बातें सी़ एऩ एन. के एक पत्रकार से कह रहे थे]।
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बचपन में माँ कहती है तुझे कुछ समझ नहीं आता,
जवानी में बीवी कहती है आपको कुछ समझ नहीं आता,
बुढ़ापे में बच्चे कहते है आपको कुछ समझ नहीं आता,
पुरुषों की समझने की उम्र कौनसी ये समज नहीं आता?
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लो भाई आ गया नया जिहाद
HIV+ तरबूज को बेचते हुए कई मुस्लिम ठेलेवाले पकडे गए
मुगलकाल और उसके पहले ''तलवार_जिहाद" फिर "लालच_भय_जिहाद'' फिर ''लव_जिहाद '' फिर ''नाइ_जिहाद '' अब आया ''फल_जिहाद '' कुल मिलाकर काफिरों को ख़त्म करना है तरीका कोई भी हो !
काफिरों को मारने के लिए रोज रोज नए नए तरीके का आविष्कार किया जा रहा है क्या करें बेचारे दोष इनका नही, दोष इनकी ''आसमानी किताब' कुरांण' की ''मजहबी शिक्षा'' का है । और हाँ जब मैं कहता हूँ कि आर्थिक बहिष्कार करो इन मलेझो का तब तो समझ ही नहीं आता है किसी हिन्दू को। जब AIDS हो जाएगा तो किसी को मुह दिखाने लायक नहीं बचेंगे।
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भारत ने आकाशीय सीमा की सुरक्षा में मील का पत्थर स्थापित किया है ,
भारतीय रक्षा अनुसंधान ने स्वदेश में निर्मित पूर्णस्वचालित सुपरसोनिक मिसाइल 'आकाश' देश को समर्पित की है ,
पूर्णतया स्वचालित विध्वंशकारी आकाश मिसाइल शत्रु के विमानों के लिए ' आकाशीय दैत्यनुमा आफत ' है , इसकी चाल ध्वनि की गति से तीन गुना अधिक है ( लगभग 3100 किलोमीटर प्रति घंटे ) आकाश मिसाइल उन्नत राडार सिस्टम से युक्त होने के कारण एक बार में तीस किलोमीटर की सीमा में आने वाले पांच विमानों को स्वतः पहिचानकर ध्वस्त कर सकती है ।
एक सुपरसोनिक आकाश मिसाइल की कीमत लगभग 23 करोड़ रुपये है , हाल में 600 मिसाइलें सेना को समर्पित की जाएंगी ।
वैश्विक स्तर पर भारत की शक्ति व्यापक होने के साथ ही फौरन इस मिसाइल को पाकिस्तान की सीमा पर तैनात किया जाएगा जिससे नापाक पडोसी देश भारत की सीमा उल्लंघन के विषय में स्वप्न में भी नहीं सोच पाएंगे ...!!




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