कान दर्द से होने वाली परेशानियों के निवारण के लिए डॉक्टर सेरमॉन की किताब में एक बहुत ही अद्भुत नुस्खा बताया गया है कि ब्रेड के बीच के टुकड़े को कान में रुई के फाहे की तरह लगाने से कान के दर्द में आराम मिल सकता है.
डॉ. सेरमन ने सेना में अपने अनुभव के आधार पर 50 वर्ष की आयु में यह किताब लिखी थी और इसमें छोटी-छोटी समस्याओं से लेकर कई गंभीर रोगों के घरेलू उपचार से जुड़ी जानकारी दी हुई है.
इसके अलावा हम अन्य भारतीय घरेलूं उपाय कान के दर्द को ठीक करने के लिए बता रहे हैं.
दो या तीन बूँद सरसों का तेल कान के दर्द में लाभ देता है.
एक साफ सुथरे तौलिये को गर्म पानी में डुबायें और इसे संक्रमण युक्त कान के हिस्से के ऊपर दबाते हुए लगभग बीस मिनट तक रखें यह कान के दर्द में तुरंत आराम देता है.
तुलसी की ताज़ी पतियों को निचोड़कर दो बूँद कान में टपकाना कान दर्द से राहत देता है.
एक कटोरे में उबाला हुआ पानी लें, इसमें यूकेलीप्टस के तेल की कुछ बूँदें मिला दें अब एक तौलिए से अपने सिर को अच्छी तरह से ढँक लें और नाक से साँस के माध्यम से वाष्प को जितना हो सके अन्दर खींचें, यह अन्दर के दबाव को कम कर कर्णस्राव को बाहर निकालने में मदद करता है.
चार या पांच चम्मच नमक को तबतक धीमी आंच पर भुनें जबतक की यह भूरे रंग का न हो जाए, अब इस गर्म किये हुए भुने नमक को एक साफ कपड़े पर अच्छी तरह से लपेट लें और इसे कान के प्रभावित हिस्से में दो से पांच मिनट तक रखें आप सूजन और दर्द में आराम महसूस करेंगे.
अपने भोजन में अधिक से अधिक विटामिन -सी युक्त पदार्थों जैसे अमरुद, नींबू, संतरे, पपीते अदि फलों का प्रयोग करें ये कर्णवेदना को कम करने में उपयोगी होते हैं. सफेद सिरके (वेनेगर ) एवं रबिंग एल्कोहल के मिश्रण को दो बूँद ड्रापर की मदद कान में डालकर कान को कुछ समय(लगभग एक घंटे ) तक रूई से बंद कर देने और इसी क्रम को बार-बार दुहराने से संक्रमण ठीक होता है.
लहसुन की दो कलीयों को अच्छी तरह से पीस लें अब इसमें एक चुटकी नमक मिलाकर वूलेन कपडे से बनायी गयी पुल्टीस को दर्द वाले हिस्से के ऊपर रखें इससे दर्द में आराम मिलेगा.
प्याज का रस निकाल लें, अब रुई के फाये या किसी वूलेन कपडे के टुकडे को इस रस में डुबायें अब इसे कान के उपर निचोड़ दें, इससे कान में उत्पन्न सूजन, दर्द, लालिमा एवं संक्रमण को कम करने में मदद मिलती है.
ये तो हमने कुछ छोटे और आसान उपाय आपको सुझाए जो कान के दर्द से आपको राहत देंगे, लेकिन तकलीफ अधिक होने पर आपको चिकित्सक से अवश्य ही परामर्श लेना चाहिए.
डिस्क्लेमर : कान में कोई भी पदार्थ घर के बुजुर्गों की सलाह पर ही डालें, कोई संक्रमण होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
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