Tuesday, 16 February 2016


jnu kand repeated in yadavpur university
New Delhi: भारत की एकता और अखंडता को जिसका डर था वही हो रहा है। दिल्ली की जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी में देश विरोधी लगाए जाने के बाद आज कलकत्ता की जादवपुर यूनिवर्सिटी में भी यह काण्ड दोहरा दिया गया और देश को टुकड़े टुकड़े करने की मांग की गयी। सैकड़ों छात्रों से वही नारे लगाए जो JNU में लगाए गए थे। फर्क यही था कि JNU में नकाब लगाकर देश विरोधी नारे लगाए गए थे तो कलकत्ता में खुलेआम नारे लगाए गए।
ये छात्र नारे लगा रहे थे:

कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी में भी दोहराया गया जेएनयू कांड

jnu kand repeated in yadavpur university
New Delhi: भारत की एकता और अखंडता को जिसका डर था वही हो रहा है। दिल्ली की जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी में देश विरोधी लगाए जाने के बाद आज कलकत्ता की जादवपुर यूनिवर्सिटी में भी यह काण्ड दोहरा दिया गया और देश को टुकड़े टुकड़े करने की मांग की गयी। सैकड़ों छात्रों से वही नारे लगाए जो JNU में लगाए गए थे। फर्क यही था कि JNU में नकाब लगाकर देश विरोधी नारे लगाए गए थे तो कलकत्ता में खुलेआम नारे लगाए गए।
ये छात्र नारे लगा रहे थे:
गिलानी मांगे आजादी,
अफजल मांगे आजादी,
जो तुम ना दोगे आजादी,
तो छीन के लेंगे आजादी,
जादवपुर मांगे आजादी,
मोदी से आजादी,
आरएसएस से आजादी,
मोदी सरकार से आजादी,
मणिपुर बोली आजादी,
कश्मीर मांगे आजादी,
बंगाल मांगे आजादी,
जो तुम ना दोगे आजादी,
तो छीन के लेंगे आजादी,
इन छात्रों को शायद इसलिए किसी का डर नहीं था क्यूंकि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार है और वे ऐसे लोगों पर कार्यवाही करने से पहले अपने वोटबैंक पर जरूर ध्यान देंगी। इससे पहले भी मालदा हिंसा पर पश्चिम बंगाल सरकार ने ऑंखें बंद कर ली थीं और लाखों मुस्लिमों की भीड़ ने जमकर हिंसा मचाई थी।

No comments:

Post a Comment