ट्विटर पर लोग बोले ‘पश्चिम बंगाल से हिन्दुओं को मिटने से बचाओ’
Kolkata: पश्चिम बंगाल के मालडा जिले में ढाई लाख मुस्लिमों की भीड़ द्वारा किये गए हिंसक प्रदर्शन से पूरा देश सहमा हुआ है। किसी ख़ास धर्म द्वारा धार्मिक उन्मांद में बहकर ऐसा हिंसक प्रदर्शन आज तक किसी ने नहीं देखा था। भीड़ ने ना सिर्फ लोगों को मारा पीटा, दर्जनों गाड़ियों को भी ख़ाक में मिला दिया। यही नहीं उन्होंने पुलिस वालों को भी दौड़ा दौड़ा कर पीटने के बाद थाने में आग लगा दी। पुलिस वाले अभी तक दहशत में जी रहे हैं। आस पास के हिन्दू परिवार इस हिंसा से इतना डर गए कि उन्होंने अपने घर से भागकर किसी तरह से अपनी जान बचाई।
हिंसा के इस तांडव का ट्विटर और सोशल मीडिया पर भी काफी असर है। कई लोग कह रहे हैं कि ‘पश्चिम बंगाल से हिन्दुओं को मिटने से बचाना होगा’। आज ट्विटर पर SaveWBHindus टॉप पोजीशन पर ट्रेंड कर रहा है। हिन्दुओं को बचाने के लिए कई लोग तरह के सुझाव भी दे रहे हैं।
प्रदीप कुमार ने कहा है कि हिन्दुओं को नहीं, वेस्ट बंगाल को पहले बचाओ, अगर ऐसा नहीं किया गया तो ममता बनर्जी जल्द ही वेस्ट बंगाल को पाकिस्तान में बदल देंगी और वे दूसरी बनर्जी भुट्टो होंगी।
एक ने कहा है कि मिटने से बचने के लिए हिन्दुओं को जातिवाद छोड़कर एक होना पड़ेगा।
यश मेहता ने लिखा है ‘हिन्दुओं को वोटबैंक नहीं समझा जाता क्यूंकि वे कई जातियों में बंटे हुए हैं। मुस्लिम यूनाइट हैं और इसी वजह से उन्हें वोटबैंक समझा जाता है। अगर हिन्दू यूनाइट नहीं होंगे तो उनकी कोई परवाह नहीं करेगा।
किरन कुमार ने लिखा है ‘अगर किसी विरोध प्रदर्शन में 1000 से अधिक लोग इकठ्ठे होते हैं तो उन्हें राज्य सरकार ने आज्ञा लेनी अनिवार्य कर देनी चाहिए। हिन्दुओं को बचाने का यही एकमात्र रास्ता है।
अविनाश शिशू ने लिखा है ‘मुझे पता है कि माइनॉरिटी कमीशन इसमें कोई इंटरेस्ट नहीं लेगा लेकिन ह्यूमन राईट कमीशन ने भी मालडा हिंसा पर अपनी ऑंखें बंद कर लीं।
कुछ लोगों ने कहा है कि दादरी की घटना के बाद अवार्ड वापस करने वाले गैंग के लोग अब कहाँ छुप गए हैं। बुद्धिजीवी, जर्नलिस्ट, साहित्यकार और फिल्मकार अब क्यूँ चुप हैं।
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