Thursday 25 February 2016

स्मृति ईरानी के स्पीच पर PM मोदी हुए गद्गद, बोले- "सत्यमेव जयते" !!

"माय नेम इज स्मृति, आई चेलेन्ज यु .." .....शब्दो से अचानक संसद में आतंक समर्थक कोंग्रेसीयो पर स्ट्राईक हमला बोल दिया, कन्टीन्युअस 49 मिनिट तक चले ये एक्सप्लोसीव प्रहार में कोंग्रेसीयो संसद से भाग गये, संसद में स्पीकर समेत सभी सांसदो के मुंह कम्लीट बंद हो गये !! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके पूरे भाषण को सत्यमेव जयते लिखकर ट्वीट किया।
मंत्री ने कल कहा था कहा कि, "मेरा नाम स्मृति है, मैं आपको चुनौती देती हूं कि मेरी जाति बताकर दिखाइए। मुझे सूली पर चढ़ाया जा रहा है, अमेठी से चुनाव लड़ने की आप लोग (कांग्रेस) सजा देना चाहते हैं मुझे। मुझसे जवाब मांगने वाले मुझसे दाखिला कराने को कहते हैं, मैंने कई बार सिफारिश पर दाखिले करवाए हैं।" स्मृति ईरानी ने कांग्रेस राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि "सत्ता तो इंदिरा गांधी ने भी खोई थी लेकिन उनके बेटे ने भारत की बर्बादी के नारों का समर्थन नहीं किया था।"
स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्हे लोगों से 66000 अर्जियां मिली हैं और उन्होंने इसका निपटारा किया और किसी से यह नहीं पूछा कि उनकी जाति या धर्म क्या है।
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चाहे हैदराबाद यूनिवर्सिटी का रोहित वेमुला आत्महत्या मामला हो या जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी में देशद्रोह मामला हो, कांग्रेस पार्टी  संसद में पूरी तरह से एक्सपोज हो गयी।  रोहित वेमुला मामले में संसद में कांग्रेस की ओछी राजनीति का खुलासा हो गया।
 स्मृति इरानी ने कहा कि हैदराबाद यूनिवर्सिटी में जितना भी स्टाफ है सभी को कांग्रेस सरकार ने अप्वाइंट किया था, राज्य की कानून व्यवस्था राज्य सरकार के हाथों में होती है लेकिन रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची और जब पहुंची तो रोहित वेमुला की लाश को उतारकर टेबल पर लिटा दिया गया था। उसे अस्पताल भी नहीं ले जाया गया और ना ही डॉक्टरों को बुलाया गया। 
असलियत यह थी कि वे लोग रोहित को बचाना ही नहीं चाहते थे बल्कि उसकी मौत पर राजनीति करना चाहते थे। इसलिए राहुल गाँधी ने हैदराबाद में दो बार दौरा किया और रोहित वेमुला का इस्तेमाल किया और अभी तक कर रहे हैं।

यही काम राहुल गाँधी ने जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी में किया। वे देशविरोधी नारा लगाने वालों के साथ जाकर खड़े हो गए और देशद्रोहियों का विरोध करने के बजाय देश की सरकार का विरोध किया और कहा कि सरकार छात्रों की आवाज को दबाना चाहती थी। छात्रों की अभिव्यक्ति की आजादी ख़त्म की जा रही है।

congress-mp-jyotiradiyta-Scindia-said-slogan-in-not-anti-national

New Delhi:

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