Monday 12 October 2015

रूस ने बेपर्दा किय़ा सऊदी को, अब अमेरिका की प्रतीक्षा है |
सऊदी के कुछ मुल्लामंडली ने ऐलान किया कि "ऐ सुनिया के दुन्नियों सॉरी, दुनिया के सुन्नियों आओ सुन्नी इस्लाम के लिए अपना खून बहाओ" | ISIS सुन्नी है जिसे सिरिया से शिया सत्ता को उखाड़ना था, लेकिन अब रूस के साथ सिरिया और - या अल्लाह - शिया इरानियों के हाथों सुन्नी लड़ाके मारे जा रहे हैं |
वैसे अभी तक सऊदी सरकार ने समर्थन नहीं दिया है लेकिन यह तो वही बात हुई ना, कि पाकिस्तान ने 26/11 की कोई ज़िम्मेदारी नहीं ली, न ही कसाब को अपना नागरिक माना | सऊदी वो देश है जहाँ कोई भी नागरिक या संघटना सरकारी रजामंदी के बिना ऐसा कोई घोषणा करना असंभव है |
और अगर अमेरिका ISIS पर बोम्बिंग कर रहा है ऐसे कह रहा है तो बस लड़ाई लड़ाई खेल रहा है, बाकी कुछ नहीं | अगर रूस महज आठ दिनों में इनको सीधा कर सकता है तो अमेरिका इतने लंबे समय तक केवल दिखावा कर रहा था यह बात भी साफ है | और अभी तक रूस ने अपनी फौज उतारी नहीं है, उतारने वाला है | जिस यूनिट की बात हो रही है उनके नाम से ही यह सुन्नी कातिलों को पेट में मरोड़ आ जाते हैं |
फिलहाल सऊदी की मुल्लामंडली अपने मानसिक गुलामों को पुकार रही है, आओ, हमारे लिए मरो | इन्हें अपना खून नहीं बहाना, अरबी खून पवित्र है शायद बाकी मुसलमानों के अपेक्षा | भारत को इस अवसर का स्वागत करना चाहिए | वन वे टिकट निकाल कर भेज दो, स्वच्छ भारत करने के ऐसे सही मौके बार-बार नहीं आते |
खैर, अभी सऊदी के ऐलान का मजा ले रहा हूँ | जब खुल कर सामने आएगा कि यही ISIS के आंशिक प्रायोजक हैं तब मजा आयेगा | अभी सभी जानते हैं लेकिन कोई इन्हें टोंक नहीं रहा | आएगा वो भी दिन आएगा | अमेरिका भी आवरण रहित (Expose) हो जाएगा और अमेरिकी नागरिक अपने सत्ताधीशों से इस दोगलेपन का उत्तर पता करेंगे | अमेरिका में इस्लामी शासन नहीं है, वे मांग सकते हैं |
मुख्य समस्या यह है कि रूस जीतेगा तो सिरिया-इराक़ पर भी काबिज होगा | तो डॉलर लुढ़केगा | सऊदी के बिलकुल दरवाजे में शिया का एहतराम बुलंद होगा तो सऊदी अस्थिर होगा | और ISIS को इतना free hand देने से वो इतने बदनाम हो गए हैं कि उन्हें रिआयत के लिए कोई मुह खोल नहीं सकता | रोचक के साथ काफी डरावना सीन है | खैर, वो स्वच्छ भारत की बात याद रखिएगा |

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