एक मलयालम फिल्ममेकर अली अकबर ने दावा किया है कि मदरसे में तालीम हासिल करने के दौरान उस्ताद ने उनका यौन उत्पीड़न किया था। उन्होंने बताया कि जब वह चौथी जमात में थे तब उस्ताद ने उनके साथ अप्राकृतिक सेक्स किया। अली अकबर ने यह भी बताया कि उस्ताद ने सिर्फ उन्हीं के साथ ऐसा नहीं किया बल्कि क्लास के सभी छात्रों का यौनशोषण किया था।
अकबर ने बताया, ‘वह मदरसा कांथापुरम मुसलियार की ओर से ही चलाया जाता था। अगर वे इस मामले में दखल देने को राजी हैं, तो मैं उस उस्ताद से जुड़ी जानकारियां देने के लिए तैयार हूं।’ उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद उन्होंने अपने बच्चों को कभी भी मदरसे में तालीम के लिए न भेजने का फैसला किया। अकबर ने बताया कि मदरसों में मुस्लिम स्टूडेंट्स को छोटी उम्र में समलैंगिकता अपनाने के लिए उस्तादों की ओर से जोर जबरदस्ती की जाती थी।
उन्होंने कहा, ‘उस्ताद से इस तरह के अनुभव पाने के बाद बहुत सारे स्टूडेंट्स क्लास के दूसरे बच्चों का उत्पीड़न शुरू कर देते थे। मैंने भी इस तरह के हालात सहे हैं।’
आपको बता दें कि अकबर को कई फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं और 1997 में उन्हें बेस्ट एजुकेशनल ऐंड मोटिवेशनल फिल्म श्रेणी का नैशनल अवॉर्ड भी मिल चुका है।
इससे पहले मुस्लिम महिला पत्रकार वीपी राजीना ने फेसबुक पोस्ट मे खुलासा किया था कि उनके बचपन में किस तरह से मदरसे के उस्ताद लड़के व लड़कियों का यौन शोषण किया करते थे। इसके बाद महिला पत्रकार के दावे को लेकर काफी बवाल हुआ था और फेसबुक ने महिला पत्रकार के फेसबुक अकाउंट को ब्लॉक कर दिया था।
बता दें कि महिला पत्राकर के दावों के बाद से ही मदरसों में बच्चों की जिंदगी पर बहस शुरू हो गई है। सोशल मीडिया पर भी लोग अपने अनुभव शेयर कर रहे हैं। बहुत सारे लोग सामने आए हैं, जिन्होंने बताया कि मदरसों में उनका कैसे शोषण हुआ।