Wednesday 4 November 2015

दरअसल आप अब तक कांग्रेस के असहिष्णुता का मतलब नही समझ पाये।
 कॉंग्रेसी असहिष्णुता का अर्थ है -
 जब एक गोडसे गाँधी को मारे तो महाराष्ट्र के सारे ब्राह्मणों को चुन-चुन कर खत्म कर दो,
 जब दो सिख गार्ड इंदिरा जी को मारे तो समूचे सिख समुदाय का कत्लेआम शुरु कर दो और उपर से डायलोग कि "जब कोई बड़ा पेड़ गिरता हैं तो आसपास की धरती हिलना स्वाभाविक हैं"। कांग्रेसी नियम से अगर दंगा अखिलेश यादव शासित यूपी में हो या किसी कर्णाटक-केरल में दोषी Narendra Modi होंगे। शुक्र कीजिये कि मोदी अभी PM हैं नहीं तो बाबा रामदेव की तरह रामलीला मैदान में डंडे खा रहे होते।
दरअसल जब कोई 400+ सीट्स से 44 पर आ जाये, तो Intolrence फैलेगी ही भाई, जनवरी तक इंतज़ार कीजिये जनाब, जब नेताजी की फाइल खुलेगी तो असहिष्णुता का आलम अपने चरम पर होगा••••
मेरे जैसे तमाम भाईयों को आज निश्चित रूप से पहली बार असहिष्णुता जैसे शब्द से लगाव हो गया है। क्योंकि असहिष्णुता का शाब्दिक अर्थ है कि "कांग्रेस के पिछवाड़े में राजनैतिक खुजली"! 😂😂😂

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