Sunday 16 September 2018

और यह साजिश चर्च ने की
History चैनल पर हर शुक्रवार को रात 10:00 बजे द टेस्ला फाइल्स के नाम से प्रोग्राम आता है और यह दिखाता है कि इस तरह इतिहास से दुनिया के एक सबसे महान वैज्ञानिक निकोल टेस्ला का नाम चर्च इशारे पर पूरी तरह से मिटा दिया गया क्योंकि निकोला टेस्ला ने प्रथम विश्व धर्म सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद की अगवानी की थी और पश्चिम की दुनिया को हिंदुत्व की ताकत दिखाई थी
निकोला टेस्ला दुनिया के महानतम वैज्ञानिकों में से एक थे .. उन्होंने अल्टरनेट करंट, इंडक्शन थियरी, रिमोट कंट्रोल टेक्नोलॉजी, वायरलेस टेलीग्राफी, इंडक्शन मोटर, टेस्ला क्वायल, टेस्ला वाल्व सहित 278 आविष्कारों के पेटेंट उनके नाम हैं .. और करीब 500 से ज्यादा आविष्कारों का या तो उन्होंने अपने नाम पेटेंट ही नहीं करवाया या दूसरों ने उसका क्रेडिट ले लिया जैसे रेडियो एक्स-रे इत्यादि की परिकल्पना और आविष्कार उन्होंने किया था लेकिन इसका पेटेंट छल कपट से दूसरे लोगों ने अपने नाम करवा लिया
निकोला टेस्ला ने सौ साल पहले यह परिकल्पना किया था कि बिजली को बिना तारो के भी डिस्ट्रीब्यूट किया जा सकता है और इसके लिए वह कोलोराडो में डेनवर के करीब एक बड़ी प्रयोगशाला बनाकर रिसर्च भी कर रहे थे ..हलाकि उसी दौरान उनकी मौत हो गई और उनका यह प्रयोग अधूरा रह गया ...इसमें उन्होंने धरती की चुंबकीय शक्ति और वायुमंडल के आईनोस्कोप के माध्यम द्वारा टेस्ला क्वाइल द्वारा बिजली को डिस्ट्रीब्यूट करने की परिकल्पना की थी ...उनकी मौत के सौ साल के बाद वैज्ञानिकों की टीम ने उस एक्सपेरिमेंट को दुहराकर कर यह साबित कर दिया कि यह संभव है और बिजली को एक स्थान से दूसरे स्थान तक बिना तारों के भी प्रवाहित किया जा सकता है
निकोला टेस्ला की मृत्यु के बाद उनके सभी साजो-सामान गुप्त रूप से या तो नष्ट कर दिए गए या कहीं छुपा दिए गए... उनके सारी फाइलें जला दी गई यानी एक साजिश के तहत उनका नाम इतिहास से मिटाने की कोशिश की गई और यह साजिश चर्च ने किया
Jitendra Pratap Singh


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