Saturday, 16 August 2014

जानिए आईएनएस के बारे में.................
आईएनएस कोलकाता को नौसेना के हवाले लिया मोदी जी ने, 6,800 टन का आईएनएस कोलकाता.यह विशाल जहाज 2,606 करोड़ रुपए से बना है और यह कई तरह के आधुनिक हथियारों से लैस है. ध्यान रहे कि प्रधान मंत्री मोदी ने भारत के सबसे बड़े विमानवाहक जहाज आईएनएस विक्रमादित्य को देश को समर्पित किया था.
आईएनएस कोलकाता मुंबई स्थित मझगांव डॉकयार्ड में बनाया गया है और समय से तीन साल बाद बनकर तैयार हुआ है. इसमें अभी कुछ खास तरह की मिसाइल लगनी बाकी है लेकिन इसके बावजूद यह बहुत शक्तिशाली और आधुनिक जहाज है. यहआधुनिकतम ब्रह्मोस मिसाइल से भी लैस है.
इसके अलावा इसमें बराक मिसाइलें भी हैं जो 70 किलोमीटर की दूरी तक मार करने में समर्थ है. इसमें कुल 64 मिसाइलें तथा शक्तिशाली तोपें हैं. इसके अलावा दुश्मन की पनडुब्बियों की खबर लेने के लिए इसमें 4 टॉरपीडो तथा 2 ऐंटी सबमरीन रॉकेट भी हैं.
यह जहाज विशाल होने के बावजूद स्टेल्थ तकनीक से लैस है यानी यह दुश्मनों के रडार से काफी समय तक छुपा रह सकता है. इस विशाल जहाज में ज्यादातर प्रणालियां भारत में बनी हैं, हालांकि इसका इंजन यूक्रेन से लिया गया है और यह नौसेना के ट्रायल में सफल रहा. इसमें दो हेलीकॉप्टर रखने की भी व्यवस्था है. इसके रडार बहुत शक्तिशाली हैं और दूर से दुश्मनों को भांप लेते हैं. इसमें 50 ऑफिसर और 250 नौसैनिक रहेंगे.
हालांकि कहा जा रहा है कि अभी इस जहाज में और जरूरी लंबी दूरी के मिसाइल नहीं लग पाए हैं लेकिन जानकारों का मानना है कि अभी यह वर्तमान परिस्थितियों के लिए उपयुक्त है.

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एक अन्य समुद्री जहाज आईएनएस कामोर्त को रक्षा मंत्री अरुण जेटली इस महीने के अंत में देश के नाम समर्पित करेंगे. यह मुख्य रूप से पनडुब्बी नाशक जहाज है. इस जहाज में 15 ऑफिसर और 180 नौसेनिक रहेंगे.

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* रडार की पकड़ में नहीं आने वाले 6,800 टन वजनी कोलकाता श्रेणी के इस युद्धपोत का डिजाइन भारतीय नौसेना के डिजाइन ब्यूरो ने तैयार किया है।
* मझगांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) ने इसके निर्माण का काम सितंबर, 2003 में शुरू किया था। यह अपनी श्रेणी का पहला युद्धपोत है। भारत की इसी तरह के दो अन्य युद्धपोत बनाने की योजना है।
* इस जंगी पोत में अत्याधुनिक हथियार प्रणालियां लगाई गई हैं, जिसमें पनडुब्बी रोधी प्रौद्योगिकी भी शामिल है।
* इस युद्धपोत में सतह से सतह पर मार करने वाली अत्याधुनिक ब्रह्मोस मिसाइलें, रॉकेट लांचर, टॉरपीडो ट्यूब लांचर, सोनार हमसा, ईडब्ल्यूएस एलोरा व एके-630 बंदूकें मौजूद हैं, जो समुद्री व हवाई हमले के दौरान दुश्मन के दांत खंट्टे करने में सक्षम हैं।
* भारतीय नौसेना में शामिल होने जा रहा युद्धपोत आईएनएस कोलकाता दुश्मनों के रडार को चकमा देने में तो सक्षम होगा ही, ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस होने के कारण यह 400 किलोमीटर की दूरी तक मार भी कर सकेगा।
* अपनी विशिष्ट बनावट के कारण यह दुश्मनों के रडार को चकमा देने में सक्षम है।
* नौसेना अधिकारियों के अनुसार 164 मीटर लंबा एवं 18 मीटर चौड़ा 7500 टन का यह पोत दुश्मनों के रडार पर किसी छोटी नौका जैसा दिखाई देगा। जिसके दम पर यह उन्हें भ्रमित करता हुआ उनके काफी नजदीक पहुंचकर हमला कर सकता है।
* ऊर्जा आपूर्ति के लिए इसमें लगे चार गैस टर्बाइन जेनरेटर एवं एक डीजल ऑल्टरनेटर किसी छोटे-मोटे शहर को भी रोशन करने की क्षमता रखते हैं। इस पर 30 अधिकारी एवं 330 नौसैनिक तैनात होंगे।
* इसका नामकरण भारत के सांस्कृतिक शहर कोलकाता के नाम पर किया गया है और इसका घोष वाक्य है-युद्धाय सर्वसन्नद्ध अर्थात युद्ध के लिए सदा तैयार।

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दुनिया को हमारी क्षमता के बारे में पता चलेगा, तो कोई हमारी तरफ आंख उठाने की हिम्मत नहीं करेगा.
आईएनएस कोलकाता के जरिए हम सारी दुनिया को अपने बुद्धिबल का परिचय करा रहे हैं। इससे हम अपनी निर्माण क्षमता का भी परिचय करा रहे हैं..आज तक भारत में रक्षा के क्षेत्र में देश में जितने भी निर्माण हुए हैं, उनमें आईएनएस कोलकाता सबसे बड़ा निर्माण है  ..............-पी एम नरेंद्र मोदी

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