सारिका खाना बनाना है पचास लोगों का .................. छोले .. भटूरे.. दाल मखनी ... दही बड़े ... सौंठ ... पनीर लबाबदार ... पनीर मुल्तानी .... मिक्स वेज .... पालक पनीर ....... दो तरह के चावल ..... नान ... बेसन रोटी ......
दोपहर तक खाना चाहिए ............
दोपहर तक खाना चाहिए ............
मैंने कहा दोपहर तक नहीं बन सकता .........रात को ही मिल पायेगा ... क्यूंकि काफी इंतजाम करने है .......... बाज़ार से सामान भी लाना है ......... दाल को सारा दिन भिगो कर तभी पीस के दही बड़े बना पाऊँगी .............. छोले भी सारा दिन भीगेंगे तभी रात को बनेंगे ...............
अब घर में कुछ विरोधियों की खुसुर पुसुर शुरू .............. बड़ा कहती थी फटा फट खाना बना लेती हूँ .............. अब इसे रात तक का वक़्त चाहिए .................
अब घर में कुछ विरोधियों की खुसुर पुसुर शुरू .............. बड़ा कहती थी फटा फट खाना बना लेती हूँ .............. अब इसे रात तक का वक़्त चाहिए .................
मैंने कहा ठीक है ................ दो घंटे में पचास लोगों का खाना बना दूँगी .............. मेनू होगा ... दाल .. चावल ... आलू गोभी की सब्जी ... फुल्के ..................
तभी एक महिला ने मुंह पर बड़ी बिंदी लगा कर ताना देने लगी कि अच्छे खाने का वादा किया था ................. अब क्या हुआ तेरा वादा .... दाल रोटी में ही टरका रही हो ............
तभी एक महिला ने मुंह पर बड़ी बिंदी लगा कर ताना देने लगी कि अच्छे खाने का वादा किया था ................. अब क्या हुआ तेरा वादा .... दाल रोटी में ही टरका रही हो ............
मैंने कहा भी कि अम्मा जी ....... सादा खाना तो दो घंटे में मिल जायेगा ..... पर ये इतने आइटम तो रात तक ही मिलेंगे ........ क्यूंकि रसोई में सामान भी नहीं है ............ व्यवस्था में टाइम लगेगा ही ........... ....................... अब मैं तो लगूंगी काम में ...................................... वैसे लॉबी में जोरदार बहस चल रही है ................... कि फटाफट खाना बनाने का दावा करने वाली के वादे खोखले निकले ? इसे चाहिए रात तक का वक़्त ?
खैर साथियों ये तो मजाक था ...............
पर यही हो रहा है मोदी जी के साथ ............. हर चैनल पर जोरदार बहस कि अब मोदी को चाहिए दस साल का वक़्त ?
क्या हुआ मोदी के वादों का ? हद हो गयी ........
क्या हुआ मोदी के वादों का ? हद हो गयी ........
अब लोग समझते क्यूँ नहीं ............... इतनी बुरी हालत हो चुकी है देश की ............... देश का कोना -कोना संवारना है........... हर जगह बिगड़े हुए हालात ......... वक़्त तो चाहिए ही .............. अब जैसा सपना जनता ने देखा है ............ वो तो दस साल में ही पूरा होगा ............... लेकिन दाल रोटी ... यानि की हर जरूरत की पूर्ती भी मोदी जी करेंगे ही .............. बस थोड़ा धैर्य ........... थोड़ा इंतज़ार ............
आखिर उस दावत का मजा पूरा हिंदुस्तान ही लेगा न Sarika Chaudhary
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