Tuesday, 2 February 2016


वेटिकन से सावधान।
एक मीडिया के उच्च अधिकारी का प्रश्न:
साधू-संतो के पास करोड़ो की संपत्ति है । साधू-संतो को इतनी संपत्ति की क्या जरुरत है? साधू को तो अपरिग्रही होना चाहिए ?
उत्तर :
रोमन केथोलिक चर्च का एक छोटा राज्य है, जिसे वेटिकन बोलते है। अपने धर्म के प्रचार के लिए वे हर साल 171,600,000,000 डॉलर खर्च करते है । तो उनके पास कुल कितनी संपत्ति होगी?
वेटिकन के किसी भी व्यक्ति को पता नहीं है कि उनके कितने व्यापार चलते है ।
रोम शहर में 33% इलेक्टोनिक, प्लास्टिक, एर लाइन, केमिकल और इंजीनियरिंग बिजनेस वेटिकन के हाथ में है।
दुनिया में सबसे बड़े shares वेटिकन के पास है।
इटालियन बैंकिंग में उनकी बड़ी संपत्ति है और अमेरिका एवं स्विस बेंको में उनकी बड़ी भारी deposits है। ज्यादा जानकारी के लिए पुस्तक पढाना जिसका नाम है VATICAN EMPIRE
उनकी संपत्ति के आगे आपके भारत के साधुओं के करोड रुपये कोई मायना नहीं रखते। एक आम हिन्दू अगर भारत में इसाई मिश्नरी स्कूल में अपने बच्चे को भेज कर उन्हें देता है २-४ लाख रुपये सलाना। एक हिन्दू कभी ये सोचे की जितना रुपये वो वेटिकन को मजबुत करने में लगा रहा है, क्या उसका ५% या २००००रुपये मंदिर में देता है?? ऐसी बहुत सारी चीजें हैं जहां हिन्दू अपना पैसा इसाईयत और इस्लाम को मजबुत करने में बिना संकोच या शर्म के लुटाता रहता है प्रतिदिन।
वे लोग खर्च करते है विश्व में धर्मान्तरण करके लोगों को अपनी संस्कृति, और धर्म से भ्रष्ट करने में और भारत के संत खर्च करते है लोगों को शान्ति देने में, उनकी स्वास्थ्य सेवाओं में, आदिवासियों और गरीबों की सेवा में, प्राकृतिक आपदा के समय पीडितों की सेवा में और अन्य
लोकसेवा के कार्यों में।
मीडिया अधिकारी: ना आप वेटिकन को नहीं घसीट सकते हो....पूरा चैनल नेटव्रक बन्द करवा दोगे।
हां जी...१५℃ ऐ सी वाले बन्द कमरे में हमने उनके माथे पर पसीना देखा।
ये है वेटिकन की धौंस।

No comments:

Post a Comment