पथरी का रामबाण इलाज हैं.पत्थरचट्टा
पत्थरचट्टा को पाषाणभेद, पणफुट्टी,पर्णबीजी,खटूमडी,खाटिया,भष्मपथरी आदि नामों से जाना जाता है.....देखकर आश्चर्य होगा कि इसके पत्ते स्वयं पौधे बनाने में सक्षम होते है,,,एक बार आपकी बागवानी या गमले में लगने के बाद यह आपका स्थाई साथी बन जाता है....।
जितना अद्भुत यह पौधा हैं उतना ही इसका औषधीय महत्व भी हैं,, पथरी में इसका रामबाण इलाज हैं......प्रतिदिन मात्र पत्थरचट्टा के दो पत्तों को अच्छी तरह से धोकर सुबह सवेरे खाली पेट गर्म पानी के साथ चबा के खाएं, एक दो सप्ताह के अन्दर पथरी को यह खत्म कर देता है.... पत्थरचट्टा के एक चम्मच रस में सौंठ का चूर्ण मिलाकर खिलाने से पेट दर्द से राहत मिलती है... यह पथरी के अलावा सभी तरह के मूत्र रोग में लाभदायक होता है...इसके पत्ते को गर्म कर चोंट मोच सूजन पर लगाने से भी काफी आराम मिलता हैं ...।
जितना अद्भुत यह पौधा हैं उतना ही इसका औषधीय महत्व भी हैं,, पथरी में इसका रामबाण इलाज हैं......प्रतिदिन मात्र पत्थरचट्टा के दो पत्तों को अच्छी तरह से धोकर सुबह सवेरे खाली पेट गर्म पानी के साथ चबा के खाएं, एक दो सप्ताह के अन्दर पथरी को यह खत्म कर देता है.... पत्थरचट्टा के एक चम्मच रस में सौंठ का चूर्ण मिलाकर खिलाने से पेट दर्द से राहत मिलती है... यह पथरी के अलावा सभी तरह के मूत्र रोग में लाभदायक होता है...इसके पत्ते को गर्म कर चोंट मोच सूजन पर लगाने से भी काफी आराम मिलता हैं ...।
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