Friday, 30 March 2018

तेंदू फल स्वाद में मीठा होता है ...

तेंदु को टिमरू,टेमरु आदि नामों से जाना जाता हैं.... यह पेड़ छत्तीसगढ़ ,उड़ीसा,यूपी एव अन्य प्रदेश के वनांचल में सघनता से मिलता हैं ..... इस पेड़ के नुकिले पत्तों के बीच फल लगते हैं....... फल पकने के बाद सुनहरे रंग का तथा चिकना एवं खुबसूरत दिखता है....।
तेंदू के पेड़ में लगने वाले तेंदू फल स्वाद में मीठा होता है साथ ही इसके कई आयुर्वेदिक गुण भी है.....स्वाद में मीठा यह फल बहुत ज्यादा पौष्टिक होता है.....तेंदू का फल पौष्टिक होने के साथ पाचन तंत्र को मजबूत और पेट साफ करता है.....शरीर में चोट लगने से लगातार खून बह रहा हो तो तेंदू का रस लगाने से तुरंत खून बहना बंद हो जाता है.....तेंदू के फल से शराब भी बनाई जाती है.....।
वहीँ खून साफ करने के साथ उच्च रक्तचाप को नियंत्रण में रखने में भी कारगर है... वात रोगों के अलावा ये लू से भी यह बचाता है।
तेंदूपत्ता को #हरा_सोना के नाम से जाना जाता है..... शासन के माध्यम से तेंदू पत्ते से #बीड़ीबनाई जाती है... ..जिससे अकेले छत्तीसगढ़ राज्य में हर साल लगभग 600 करोड़ का व्यापार होता है..... इसके माध्यम से करीब 13 से 15 लाख वनवासी परिवार को तेंदूपत्ता संग्रहण के रूप में करोड़ों रुपए का पारिश्रामिक प्राप्त होता है।

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