Thursday, 22 March 2018

आपको प्रचार कैसे दिखते हैं?
ये स्क्रीन शॉट उस लैंडिंग पेज का है जो मेरे लिए खुलता है | उन्हें ये पता है कि ये आदमी महाभारत जैसी किताबें पढ़ता है | वो ये भी जानते हैं कि ये बाइक या स्कूटी चलाता है, कार नहीं इसलिए वो रिपेयर के औजारों के प्रचार दिखा रहे हैं |
रुबिक क्यूब के मेरे शौक के बारे में भी उन्हें पता है, क्योंकि मेरे पास तीन चार तो हैं ही | बड़ी चीज़ों को छोड़ दें, तो वो ये भी जानते हैं कि ये इंक वाला, फाउंटेन पेन इस्तेमाल करता है इसलिए स्याही भी दिखा रहे हैं | कौन सी चीज़ छोड़ दी?
डाटा कि चोरी पर सोचते वक्त ठीक से सोचिये | आपके पते और फोन नंबर में उनकी रूचि होती है क्या? वो शहरी-ग्रामीण क्षेत्र या राज्य और इलाके जितनी ही जानकारी रखेंगे | मोहल्ले गली में उनकी कोई रूचि नहीं | डाटा कि चोरी आपकी सोच से बिलकुल अलग चीज़ होती है |
ये हरकत आपकी सोच को प्रभावित करने के लिए की जाती है, नशे कि लत लगाने जैसा आप अपने दिमाग से नहीं, जरूरत और उनके बताये के हिसाब से काम करें, ये इंतजाम कर देने के लिए डाटा चुराया जाता है | इसे चोरी कहना भी ठीक नहीं ये इजाज़त हम लोगों ने बाकायदा दी हुई है |
समय बदल गया है, चोर अब आधी रात को चुपके से कुछ लेकर नहीं भागता | अब वो बैठ कर बाकायदा हुक्म देगा और आप ख़ुशी ख़ुशी सामान पहुँचा कर आयेंगे | सोचिये, जब तक वो आपकी सोच को गन्दा बताकर आपके सोचने पर रोक नहीं लगा देते, तब तक वक्त है | सोचना चाहिए!

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