Tuesday 8 September 2015

चाणक्य नीति
1. दुष्ट पत्नी, झूठा मित्र, बदमाश नौकर और
सर्प के साथ निवास साक्षात मृत्यु के समान
है...
2. भविष्य में आने वाली मुसीबतों के लिए धन
एकत्रित करें, ऐसा ना सोचें कि धनवान
व्यक्ति को मुसीबत कैसी, जब धन साथ
छोडता है तो संगठित धन भी तेजी से घटने
लगता है...
3. उस देश में निवास न करें जहां आपकी कोई
इज्जत ना हो, जहां आप कोई रोजगार नही
कमा सकते, जहां आपका कोई मित्र नही और
जहां आप कोई ज्ञान अर्जित नही कर सकते...
4. इन पाँच पर कभी विश्र्वास न करें – 1.
नदियां 2. जिन व्यक्तियों के पास अस्त्र-
शस्त्र हों 3. नाखून और सीगं वाले पशु 4. औरतें
5. राज घरानों के लोगों पर...
5. महिलाओं में पुरूषों की अपेक्षा भूख दो
गुना, लज्जा चार गुना, साहस छ गुना और काम
आठ गुना होती है...
6. एक बुरे मित्र पर कभी विश्वास न करें, एक
अच्छे मित्र पर भी विश्वास न करें क्योंकि
यदि ऐसे लोग आप से रुष्ट होते हैं तो आपके
सभी राज खोल देते हैं...
7. पत्नी का वियोग होना, अपने लोगों से
ही
बे-इज्जत होना, बचा हुआ ऋण, दुष्ट राजा
की सेवा करना, गरीबी एवं दरिद्रों की सभा
यह छ बातें शरीर को बिना अग्नि के ही जला
देती हैं...
8. एक दुर्जन और सर्प में यह अंतर है कि सर्प तभी
डकं मारेगा जब उसकी जान को खतरा हो
लेकिन दुर्जन पग पग पर हानि पहुँचाने की
कोशिश करेगा...
9. कुल की रक्षा के लिए एक सदस्य का
बलिदान दें, गावं की रक्षा के लिए एक कुल
का बलिदान दें, देश की रक्षा के लिए एक
गावं का बलिदान दें और आत्मा की रक्षा के
लिए एक देश का बलिदान दें...
10. पाँच साल तक पुत्र का लाड एंव प्यार से
पालन करना चाहिए, दस साल तक उसे छडी
की मार से डराएं, लेकिन जब वह 16 साल का
हो जाए तो उससे मित्र के समान व्यवहार
करें...
11. सैकंडो गुणरहित पुत्रों से एक गुणी पुत्र
अच्छा है क्योंकि एक चन्द्रमा ही रात्रि के
अंधकार को भगाता है असंख्य तारे ये काम
नही कर सकते...
12. यह बातें एक बार ही होनी चाहिए – 1.
राजा का बोलना 2. विद्धान व्यक्ति का
बोलना 3. लडकी का ब्याहना...
13. जब आप तप करते हैं तो अकेले करें, अभ्यास
करतें हैं तो दूसरे के साथ करें, गायन करते हैं तो
तीन लोग करें, कृषि चार लोग करें और युद्ध
अनेक लोग मिलकर करें...
14. इन चार बातों पर बार बार गौर करें –
सही समय, सही मित्र, सही ठिकाना, पैसे
कमाने के सही साधन, पैसे खर्चा करने के सही
तरीके और आपके ऊर्जा स्त्रोत...
15. जब आप सफर पर जाते हैं तो विधा - र्जन
ही आपका मित्र है, घर में पत्नी मित्र है,
बिमार होने पर दवा मित्र है और अर्जित पुण्य
मृत्यु के बाद एकमात्र मित्र है...
16. शेर से एक बात सीखने योग्य है कि आप जो
भी करे वो एकदिली और जबरदस्त प्रयास से
करें...
17. मुर्गे से ये बातें सीखने योग्य हैं – 1. सही
समय पर उठें 2. निडरता से लडें 3. सम्पति का
रिश्तेदारों से सही बँटवारा करें 4. अनेक
कष्टों से अपना रोजगार प्राप्त करें...
18. कुते से ये बातें सीखने योग्य हैं - 1.बहुत भूख
हो पर खाने को कुछ ना मिले या कम मिले
तो भी संतोष करें 2. गहरी नींद में तो भी
क्षण में उठ जाएं 3. अपने मालिक के प्रति बे-
हिचक इमानदारी रखें 4. निडरता
19. व्यक्ति को बहुत सीधा भी नही होना
चाहिए यदि आप जंगल में जाएगें तो देखेगें कि
जो पेड साधे थे उनको काट लिया गया है
जबकि जो आडे तिरछे हैं वो खडे हैं...
20. असंतुष्ट ब्राहाम्ण, संतुष्ट राजा, लज्जा
रखने वाली वैश्या, कठोर आचरण करने वाली
गृहणी ये सभी लोग विनाश को प्राप्त होते
हैं...
21. इन सातों को नीदं से नही जगाना
चाहिए- 1. सापं 2. राजा 3. बाघ 4. डंक करने
वाला कीडा 5. छोटा बच्चा 6. दूसरों का
कुता 7. मूर्ख
22. जो अपने समाज को छोडकर दूसरे समाज
को जा मिलता है वह उसी राजा की तरह
नष्ट हो जाता है जो अधर्म के मार्ग पर चलता
है...
23. एक विधार्थी पूर्ण रूप से निम्न बातों का
त्याग करे – 1. काम 2. क्रोध 3. लोभ 4.
स्वादिष्ट भोजन की अपेक्षा 5. शरीर का
श्रृगांर 6. आत्याधिक जिज्ञासा 7. अधिक
निंद्रा 8. शरीर निर्वाह के लिए आत्याधिक
प्रयास
24. जिसे दौलत, अनाज और विधा अर्जित
करने में और भोजन करने में शर्म नही आती वह
सुखी रहता है...
25. हम उसके लिए ना पछताए जो बीत गया
हम भविष्य की चिंता भी ना करें विवेक
बुद्धि रखने वाले लोग केवल वर्तमान में जीते
हैं...
26. जिस प्रकार एक गाय का बछडा हजारों
गायों में अपनी माँ के पीछे चलता है उसी तरह
कर्म आदमी के पीछे चलते हैं...
27. इस धरती पर अन्न, जल और मीठे वचन असली
रत्न हैं मूर्खों को लगता है पत्थर के टुकडे रत्न हैं...
28. गरीबी, दुख और एक बंदी का जीवन यह सब
व्यक्ति के किए हुए पापों का ही फल है...
29. पानी पर तेल, एक कमीने आदमी को
बताया हुआ राज, एक लायक व्यक्ति को
दिया हुआ दान और एक बुद्धिमान व्यक्ति को
पढाया हुआ शास्त्रों का ज्ञान अपने स्वभाव
के कारण तेजी से फैलते हैं...
30. यदि हम किसी से कुछ पाना चाहते हैं तो
उससे एसे शब्द बोलिए कि वह प्रसन्न हो जाए
उसी प्रकार जैसे एक शिकारी मधुर गीत
गाता है जब वह हिरण पर बाण चलाना
चाहता है...
31. इन सब से बहुत सावधानी से पेश आए – 1.
आग 2. पानी 3. औरत 4. मूर्ख 5. सांप 6. राज
परिवार के सदस्य कयोंकि ये हमें एक झटके में
मौत तक पहुँचा सकते हैं...
32. जो बुद्धिमान होता है वह ये बातें किसी
को नही बताता – 1. वह औषधी उसने कैसे
बनाई जो अच्छा काम कर रही है 2. वह
परोपकार जो उसने किया 3. उसके घर के झगडे
4. उसके और उसकी पत्नी के बीच होने वाली
व्यक्तिगत बातें 5. उसने जो ठीक से न पका
हुआ खाना खाया 6. जो गालियां उसने
सुनी...
33. कोकिल तब तक मौन रहते है जब तक वो
मीठा गाने की काबलियत हासिल नही कर
लेते और सबको आनंद नही पहुँचा सकते...
34. जब व्यक्ति दौलत खोता है तो उसके
मित्र, पत्नी, नौकर, सम्बन्धी उसे छोडकर चले
जाते हैं और जब वह दौलत वापिस हासिल
करता है तो ये सब लौट आते हैं इसलिए दौलत
ही सबसे अच्छा रिश्तेदार है...
35. मूर्ख को लगता है कि वह हसीन लडकी उसे
प्यार करती है वह उसका गुलाम बन जाता है
और उसके इशारों पर नाचता है...
36. बे-इज्जत होकर जीने से अच्छा है कि मर
जाए मरने में एक क्षण का दुख होता है पर बे-
इज्जत होकर जीने में हर रोज दुख उठाना
पडता है...
37. सभी जीव मीठे वचनों से आनंदित होते हैं
इसलिए सबसे मीठे वचन कहें मीठे वचनों की
कोई कमी नही है...
38. सांप के दशं में विष होता है, कीडे के मुँह में
विष होता है, बिच्छू के डंक में विष होता है
लेकिन दुष्ट व्यक्ति तो पूर्ण रूप से विष से भरा
होता है...
39. जिस में सभी जीवों के प्रति परोपकार
की भावना है वह सभी संकटो पर मात करता
है और उसे हर कदम पर सभी प्रकार की
सम्पन्नता प्राप्त होती है...
40. ये कभी दूसरो के दुख नही समझ सकते
1.राजा 2. वेश्या 3. यमराज 4. चोर 5.छोटा
बच्चा 6. भिखारी 7. कर वसूल करने वाला...!

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