Wednesday, 22 February 2017

हिन्दुओ ने सिर्फ खोया, अपनी जमीन अपना देश खोया,
 ये सच है जिस से आप भाग नहीं सकते ...

पाकिस्तान बनने के बाद भी कश्मीर से हिन्दुओ को साफ़ कर दिया गया
और अभी पिछले दिनों कोलकाता का इमाम बोलता है की, जिनको सरस्वती पूजा करनी है वो कहीं और चले जाये
साथ ही उत्तरी केरल से हिन्दुओ को भगाया जा चूका है, और यूपी में तो कई कैराना है 
हमे तो ये समझ नहीं आता की हिन्दू समाज को आखिर मिला क्या
कायदे से देखें तो इस सेकुलरिज्म ने हिन्दू समाज का केवल नाश ही किया, और जहाँ जहाँ हिन्दू समाज का नाश हुआ वहां भारत का नाश हो गया
कश्मीर भले ही भारत में है, क्योंकि वहां हमारी सेना मौजूद है, पर सच बताइये दिल पर हाथ रखकर
क्या आपको ये जिहादियों से भरा हुआ कश्मीर भारत लगता है
भारत लगता है तो वहां भारत के मूल नागरिक यानि हिन्दू जा क्यों नहीं सकते ???
1947 से पहले भारत में बांग्लादेश और पाकिस्तान दोनों थे, बड़ा था हमारा भारत
मुस्लिम लीग ने मुसलमानो के लिए अलग देश की मांग की, जिसके लिए बड़े पैमाने पर हिंसा भी की
ले देकर 30% मुस्लिम जनसंख्या को भारत का 33% हिस्सा दे दिया गया
मुसलमानो को तो 2-2 इलाके मिल गए, हिन्दुओ को क्या मिला, फिर से एक सेक्युलर देश
जहाँ संविधान हिन्दुओ के खिलाफ ही बनाया गया, हिन्दुओ का आजतक शोषण हो रहा है, अदालत हिन्दुओ के खिलाफ फैसले सुनाती है, क्योंकि कानून और संविधान ही ऐसा मिला हिन्दू समाज को
आप सोचिये की हिन्दुओ को क्या मिला
ये लाहौर हिन्दुओ का बसाया हुआ है, ये कराची, ये पेशावर ये तमाम शहर हिन्दुओ ने बसाये थे, ये ढाका जहाँ हिन्दू जूट का व्यापार करते थे
ये तमाम जगह हिन्दुओ ने बसाये, हिन्दुओ को क्या मिला उनको उनके ही बसाये हुए जमीन को छोड़ना पड़ा
हिन्दू समाज ने केवल खोया है और उसे खोने की जैसे आदत हो चुकी है
1947 के बाद भी भारत के ही कई हिस्सों से हिन्दू गायब ही हो चूका है, नागालैंड, मिजोरम और पूर्वोत्तर के तमाम इलाके 1941 तक हिन्दू बाहुल्य थे, और कुछ बौद्ध तथा आदिवासी थे
ये तमाम इलाके अब हिन्दुओ से मुक्त हो चुके है यहाँ ईसाई रहते है, ये इलाके ईसाई बाहुल्य है
इस सेकुलरिज्म ने हिन्दू समाज को दिया ही क्या है
इसका मंथन हिन्दू समाज को करना होगा, क्योंकि अब कितना खोना है, समुन्दर में डुबकी लगानी है क्या !
ये कड़वा सच है जिसे आप टाल सकते हो कुछ से के लिए, पर यकीन मानिये आप इस से भाग नहीं सकते

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