हिंदुस्तान के हिन्दुओं ने हिंदुस्तान विभाजन का जितना मूल्य चुकाया है उतना संसार की किसी कौम ने ना चुकाया है और न कभी चुकायेगी पर इसके बदले मॆ हिन्दुओं के हिस्से मॆ आये हिंदुस्तान मॆ भी हिन्दूओं के नसीब मॆ आज भी शांति और सुरक्षा के साथ रहना नहीँ बदा है ,हमें अरबी गुलामों के आतंक के साये हिंदुस्तान मॆ जीना भी है तो बेहतर होगा की या तो 69 साल पहले किया गया बनावटी विभाजन रद्द कर एक बार अंतिम और निर्णायक युद्द लड़ा जाये या आबादी की 100% अदला -बदली हो जाये अन्यथा खोँग्रेसिओ द्वारा छले गये और अल्पसंख्यकवाद की चक्की मॆ पिछले 69 वर्षों से पिसते उतपीडित हिन्दुओं के प्रतिकार का दावानल जब फूटेगा तो उसकी लपटों मॆ अरबी गुलामों की वोट के सौदागरों के साथ पाकिस्तान ,बंगलादेश जैसे हिंदू उत्पीड़क देशों का वजूद भी बचने वाला नहीँ ,इस बात को छदम धर्मनिरपेक्षता के मसीहा और अरबी गुलामों का तुष्टिकरण करने वाले अलमबरदार जितनी जल्दी समझ लें उतना ही अच्छा है
No comments:
Post a Comment