केरल : नाबालिग लड़की ने दिया बच्चे को जन्म, दोषी पादरी गिरफ्तार...
कन्नूर जिले के कोत्तियूर में एक नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न करने और उसे गर्भवती करने के आरोप में एक चर्च के पादरी को गिरफ्तार किया गया है. नाबालिग ने एक बच्चे को जन्मदिन दिया है. जन्म के बाद बच्चे को एक अनाथालय में छोड़ दिया. पुलिस ने बताया कि कोत्तियूर में सेंट सेबेस्टियंस चर्च के 48 वर्षीय फादर रॉबिन मैथ्यू को कल रात हिरासत में लिया गया और आईपीएस की धारा 376 और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
इस अपराध का तब पता लगा जब कोत्तियूर के पास नींदुनोक्की निवासी 16 वर्षीय लड़की ने सात फरवरी को कूथुपारम्बा के एक निजी अस्पताल में एक लड़के को जन्म दिया. बच्चों की सुरक्षा तथा अधिकार के लिए काम करने वाली संस्था 'चाइल्डलाइन' को जब एक नाबालिग द्वारा बच्चे को जन्म देने की सूचना मिली तो उसने लड़की से संपर्क किया. लड़की ने बच्चे के जन्म के लिए अपने पिता को जिम्मेदार बताया.
पुलिस ने जब इस मामले में लड़की के पिता से पूछताछ की तो पिता ने भी इसके लिए खुद को ही जिम्मेदार ठहराया, लेकिन लड़की तथा पिता के बयानों में कुछ विरोधाभास पाकर पुलिस ने जब गहराई से पड़ताल की तो इस मामले के पीछे पादरी को दोषी पाया.
पुलिस को पिता की बात पर शंका होने पर सख्ताई से पूछताछ की तो सारे मामले का खुलासा हुआ. लड़की ने पुलिस को बताया कि पादरी उसके साथ अक्सर दुष्कर्म किया करता था. आरोपी पादरी उसी स्कूल का प्रबंधक था, जिसमें पीड़िता पढ़ती थी.
पहले फरार चल रहे मैथ्यू को सोमवार की रात थिसूर जिले में चलाकुड्डी से पकड़ा गया और यहां लाया गया. पुलिस को यह भी पता चला कि शिशु को वयनाड जिले में व्यिथरी के एक अनाथालय में छोड़ दिया गया. अब उसे एक सरकारी अनाथालय में भेजा गया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस अपराध का तब पता लगा जब कोत्तियूर के पास नींदुनोक्की निवासी 16 वर्षीय लड़की ने सात फरवरी को कूथुपारम्बा के एक निजी अस्पताल में एक लड़के को जन्म दिया. बच्चों की सुरक्षा तथा अधिकार के लिए काम करने वाली संस्था 'चाइल्डलाइन' को जब एक नाबालिग द्वारा बच्चे को जन्म देने की सूचना मिली तो उसने लड़की से संपर्क किया. लड़की ने बच्चे के जन्म के लिए अपने पिता को जिम्मेदार बताया.
पुलिस ने जब इस मामले में लड़की के पिता से पूछताछ की तो पिता ने भी इसके लिए खुद को ही जिम्मेदार ठहराया, लेकिन लड़की तथा पिता के बयानों में कुछ विरोधाभास पाकर पुलिस ने जब गहराई से पड़ताल की तो इस मामले के पीछे पादरी को दोषी पाया.
पुलिस को पिता की बात पर शंका होने पर सख्ताई से पूछताछ की तो सारे मामले का खुलासा हुआ. लड़की ने पुलिस को बताया कि पादरी उसके साथ अक्सर दुष्कर्म किया करता था. आरोपी पादरी उसी स्कूल का प्रबंधक था, जिसमें पीड़िता पढ़ती थी.
पहले फरार चल रहे मैथ्यू को सोमवार की रात थिसूर जिले में चलाकुड्डी से पकड़ा गया और यहां लाया गया. पुलिस को यह भी पता चला कि शिशु को वयनाड जिले में व्यिथरी के एक अनाथालय में छोड़ दिया गया. अब उसे एक सरकारी अनाथालय में भेजा गया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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