Tuesday, 7 November 2017

नवाजुद्दीन सिद्दीकी की वर्तमान पत्नी अंजलि अपना धर्म बदलकर आलिया हो गयी है। जाहिर है, दोनों का प्रेम विवाह ही होगा। लेकिन अक्सर यह सवाल उठता है कि जब मुस्लिम किसी गैर मुस्लिम से प्यार करता है तो फिर उसे अपने धर्म में क्यों शामिल करता है। जो सरकारी नियम है वह यह कि ऐसी शादियों में दोनों अपना अपना धर्म मानने के लिए स्वतंत्र हैं। फिर मुस्लिम गैर मुस्लिम लड़कियों के साथ ऐसा क्यों करते हैं?

असल में कुरान किसी गैर मुस्लिम लड़की से शादी की इजाजत नहीं देता है। इस्लाम मुसलमानों के अलावा दुनिया में हर इंसान को दोयम दर्जे का इंसान मानता है। ऐसे में कुरान हुक्म देता है कि किसी गैर मुस्लिम से तब तक निकाह न करो जब तक उसे मुसलमान न बना लो। हर मुसलमान यह बात जानता है इसलिए किसी गैर मुस्लिम से शादी से पहले उसे कलमा पढ़ाता है। कई बार यह यह काम सामने वाले को अंधेरे में रखकर किया जाता है। कई बार जाहिर तौर पर बाकायदा जलसा करके इस्लाम कबूल करवाया जाता है। सेकुलर से सेकुलर मुसलमान भी बिना कलमा पढ़ाये किसी गैर मुस्लिम से शादी नहीं करता।

गैर मुस्लिम लड़कियां क्योंकि एक आजाद माहौल में पलती बढ़ती हैं इसलिए वो इन बातों को कोई खास महत्व नहीं देतीं। जब तक उन्हें खेल समझ आता है तब तक पुरानी जिन्दगी में वापसी के उनके सारे रास्ते बंद हो चुके होते हैं।
#लवजिहाद

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