Sunday, 19 November 2017

संन्यासी से बने रईस अमेरिकी हिंदुस्तानी...
शांति के लिए भारत के वीरान पहाड़ों में संन्यासी के रूप में 12 साल बिताने के बाद एक शख्स अमेरिका के सबसे रईस भारतीय में शामिल हुआ है. 59 साल के मनोज भार्गव की सफलता ने फोर्ब्स के साथ ही पूरी दुनिया को हैरान किया है.
लखनऊ में जन्मे मनोज भार्गव की कारोबारी सफलता आज पूरी दुनिया में चर्चा बटोर रही है. वह फोर्ब्स की बनाई 400 सबसे अमीर अमेरिकी लोगों की सूची में 1.5 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 311वें नंबर पर मौजूद हैं. 14 साल की उम्र में अमेरिका पहुंचे भार्गव ने पेन्सिल्वेनिया के हिल स्कूल से हाई स्कूल तक की पढ़ाई की. मशहूर प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी में एक साल पढ़ने के बाद उसे अलविदा कह कर मनोज भारत चले आए और यहां पहाड़ों में संन्यासी बन भटकते रहे. इन पहाड़ों में 12 साल बिताने के बाद वह अमेरिका वापस लौटे और कारोबार की दुनिया में कदम रखने से पहले कई तरह के छोटे मोटे काम किए. इनमें टैक्सी चलाने से लेकर प्रिंटिंग प्रेस चलाना, क्लर्क बन कर खाता बही संभालना, और सफाई के ठेके लेना तक शामिल है.
1990 में मनोज भार्गव ने एक प्लास्टिक का कच्चा माल बनाने वाली कंपनी प्राइम पीवीसी इंक शुरू की जो देखते ही देखते दो करोड़ डॉलर की बिक्री वाली कंपनी बन गई. बाद में मनोज ने इसे एक इक्विटी फर्म को बेच दिया. इसके बाद उन्होंने सीधे उपभोक्ताओं के इस्तेमाल वाली चीजें बनाना शुरू किया और नई कंपनी का नाम रखा लिविंग एसेन्शियल्स. इसी कंपनी ने फाइव आवर एनर्जी नाम का एनर्जी ड्रिंक बनाना शुरू किया जो इन दिनों खूब हिट हो रहा है. लिविंग एसेन्शियल्स के अलावा छह और कंपनियां भी हैं जिनकी शुरूआत मनोज भार्गव के हाथों हुई. इनके अलावा मनोज कई तरह से समाज की भलाई के कामों में भी जुटे हुए हैं और इसके लिए ट्रस्ट भी चलाते हैं. उनकी कमाई का सबसे बड़ा हिस्सा समाज की भलाई में ही खर्च होता है.
मनोज भार्गव के बारे में फोर्ब्स ने लिखा, "प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई बीच में छोड़ देने वाले 59 साल के भार्गव इस सूची में नए नए दाखिल हुए हैं. उन्होंने अमेरिकी सपने को पूरा करने के लिए एक नई राह पर चलना मंजूर किया."
अमेरिका के सबसे ज्यादा अमीर 400 लोगों में पांच भारतीय भी हैं. फोर्ब्स की बनाई अमेरिकी धनकुबेरों की सूची में बिल गेट्स लगातार 19वें साल शीर्ष पर हैं. अमीरों की फेहरिस्त में 56 साल के बिल गेट्स के बाद बर्कशायर हैथवे के वॉरेन बफेट हैं जिनकी कुल संपत्ति 46 अरब अमेरिकी डॉलर पर जा पहुंची है. तीसरे नंबर पर ऑरेकल के लैरी एलिसन है जो पिछले एक साल में सबसे ज्यादा आठ अरब डॉलर कमाने वाले अमेरिकी हैं. उनकी कुल संपत्ति 41 अरब डॉलर है.
अमेरिकी अमीरों की सूची में पहला भारतीय नाम आईटी कंपनी सिंटेल को शुरू करने वाले भरत देसाई का है जो 239वें नंबर पर हैं. कुल दो अरब डॉलर की संपत्ति वाले देसाई ने अपनी पत्नी के साथ मिल कर 1980 में आईटी कंपनी सिंटेल की नींव रखी थी. सिंफनी टेक्नोलॉजी ग्रुप शुरू करने वाले रोमेश वाधवानी इस सूची में दूसरे भारतीय हैं. 250वें नंबर पर
मौजूद वाधवानी की कुल संपत्ति 1.9 अरब डॉलर बताई गई है. आईईटी मुंबई और कार्नेजी मेलन यूनिवर्सिटी में पढ़ चुके वाधवानी ने पहले बिजनेस सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी एस्पेक्ट डेवलपमेंट को आगे बढ़ाया. बाद में उन्होंने साल 2000 के आईटी बूम के दौरान कंपनी को 9.3 अरब डॉलर में बेच दिया.
अमेरिका के अमीर भारतीयों में गूगल के बोर्ड सदस्य और शेयरधारक के राम श्रीराम भी हैं. श्रीराम फोर्ब्स की सूची में 298वें नंबर पर हैं और उनकी कुल संपत्ति 1.6 अरब डॉलर है. मशहूर एनर्जी ड्रिंक 5 आवर एनर्जी बनाने वाली कंपनी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनोज भार्गव 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर के साथ 311वें नंबर पर हैं.
अमेरिका के सबसे रईस लोगों की संपत्ति पिछले एक साल में 13 फीसदी बढ़ कर 1.7 लाख करोड़ तक जा पहुंची है. फेसबुक को शुरू करने वाले मार्क जकरबर्ग इस साल सूची में थोड़ा नीचे खिसक गए हैं. मई में कंपनी के शेयर बाजार में उतरने के बाद कंपनी की संपत्ति घट कर 9.4 अरब डॉलर पर पहुंच गई है. फिलहाल मार्क जकरबर्ग 36वें नंबर पर हैं.
#एनआर/एजेए (पीटीआई)/डी डब्लू

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