Tuesday 1 September 2015

mediya


जिन मुस्लिमो को सरकारी नौकरी में आरक्षण चाहिए वो पाकिस्तान चला जाए...... वहां मुस्लिमो को100 % आरक्षण है......पाकिस्तान बनाया भी इसलिए गया था......
.............................................
इन्द्राणी काण्ड :
कहा खो गया एक माँ का वात्सल्य ?
अत्यंत दुखद है की व्यक्ति में संवेदनशीलता खत्म हो रही है ! आज के समय में कोई भी, किसी को भी निर्ममता से मार दे रहा है ! माँ अपने बच्चों तक को मारने में नहीं हिचकिचा रही, इससे ज्यादा दुर्भाग्य और क्या होगा ! औरत की रचना भगवान ने ये सोचकर की होगी की एक स्त्री सर्वप्रथम एक माँ होगी , उसमें ममत्व होगा ! लेकिन आजकल सबसे ज्यादा माँ द्वारा अपनी ही बेटी और बेटों की नृशंस हत्या का मामला सामने आ रहा है ! 
..................................................
ओशो से किसी ने पूछा, "राजनैतिक लुच्चों-लफंगों से देश को छुटकारा कब मिलेगा?"
ओशो ने जवाब दिया, "बहुत कठिन है.. क्योंकि प्रश्न राजनेताओं से छुटकारे का नही है, प्रश्न तो तुम्हारे अज्ञान के मिटने का है. तुम जब तक अज्ञानी हो, कोई न कोई तुम्हारा शोषण करता रहेगा. कोई न कोई तुम्हें चूसेगा. पंडित चूसेंगे, पुरोहित चूसेंगे, राजनेता चूसेंगे. तुम जब तक जाग्रत नही होगे, तब तक लुटोगे ही. फिर किसने लूटा, क्या फर्क पड़ता है ? किस झण्डे की आड़ में लुटे, क्या फर्क पड़ता है.. समाजवादियों से लुटे कि साम्यवादियों से.. क्या फर्क पड़ता है. तुम लुटोगे ही.. बस, लुटेरों के नाम बदलते रहेंगे और तुम लुटते रहोगे. यह मत पूछो कि राजनीतिक लुच्चों-लफंगों से देश को छुटकारा कब मिलेगा. यह प्रश्न अर्थहीन है. यह पूछो कि मै कब इतना जाग सकूँगा कि झूठ को झूठ की तरह पहचान सकूँ और जब तक सारी मनुष्य जाति झूठ को झूठ की भाँति नही पहचानती, तब तक छुटकारे का कोई उपाय नही है.।
............................................

कलाम जिंदा होते ..तो नहीं बदलने देते औरंगजेब रोड का नाम' - @aajtak
कोई इनको बताओ भाई की अगर अबतक औरंगजेब जिन्दा होता तो तुम्हारी बहु और बेटिया उसकी रखेल होती aajtak वालो..........!!
.............................................

कभी आपने ये नही सुना है। कि ...................
पाकिस्तान से कभी कोई ऐसी आवाज आई हो कि उन्हे (पाकिस्तान को) "काग्रेस" से खतरा है " सोनिया_गांधी " से खतरा है
" राहुल_गांधी " से खतरा है " आम आदमी पार्टी " से या " मुलायम "
" लालू " " नीतिश " से खतरा है......!??
पाक हमेशा सिर्फ एक ही बात बोलता है , कि हमारे लिए " मोदी " खतरा है "बीजेपी " खतरा है और " RSS " खतरा है....
और यही भाषा हमारे देश के सेकुलर भी बोलते है कि-हमें पाकिस्तान से ,
पाकिस्तान समर्थित मुस्लिम आंतकवाद से ,
देश में पनप रहे मुस्लिम कटटरवाद से ,
ISIS समर्थकों से , देश में जातिवाद , साम्प्रदायीकता व अराजकता फैला रहे ओवेशी/ आजम/ बुखारी/ मुलायम/ममता/ लालू/ नितिश/ मायावती/ केजरीवाल से कोई खतरा नही है....
अगर हमें और हमारे देश को खतरा है तो वो नरेन्द्र मोदी , बीजेपी , RSS ,
विश्वहिन्दू परिषद और देश के हिन्दू व हिन्दूवादी संगठनों से है.....
आखिर ऐसा क्यो?
...........................................................

एक प्लास्टिक की थैली तैयार करने में 0.14 सेकंड लगते है, वहीँ इसे नष्ट करने में 14,000 वर्ष लगते है। एक बार इस्तेमाल कर फेंकी हुई पॉलिथीन बैग पर धुल मिटटी पड़ती जाती है और वह ज़मीन में दबती जाती है।यह थैली हज़ारों वर्ष तक बारिश का पानी ज़मीन में जाने नही देती। इस तरह ज़मीन का वह हिस्सा बंजर हो जाता है। तो सोचिये हम सब दिन में कितनी पॉलिथीन बैग्स इस्तेमाल करते है और पर्यावरण और धरती को कितना नुकसान पहुंचा रहे है। क्या वास्तव में इतनी पॉलिथीन बैग्स की आवश्यकता है ?
सिर्फ एक छोटा सा काम करें जब भी बाहर निकले अपनी स्कूटर, बाइक, कार, ऑफिस बैग , पर्स , जेब हर जगह एक एक कपडे का थैला रखे। इस तरह आप देश और इस धरती माँ की बहुत सेवा करेंगे।शेयर अवश्य करें।
..............................................
तुर्की के बोड्रम तट पर मृत बच्चे के शव की तस्वीर पर हाय तौबा मची है, पर जिस आईएस से डरकर उसका परिवार भाग रहा था उसके विरूद्ध कोई संकल्प नहीं, सोचो अगर इन हालातों में हमारे ही परिवार को सामना करना पड़ता और अपने परिवार के अस्तित्व को बचाने के लिये बेबस और लाचार होकर यूरोपीय देशों की शरण लेने के उद्देश्य से एक छोटी सी नाव का सहारा लेकर समुद्री लहरों की थपेड़ों से टकराकर यकायक हमारी नाव संतुलन खोकर पलट जाये और हमारे ही किसी नन्हे बच्चे की इन दुश्वारियों से जूझते हुए मौत हो जाये तब भी क्या इंसानियत इतनी ही असंवेदनशील होती? नही ना!!! तो खुलकर विरोध करो उस धर्म के नाम पर क्रूर आतंकवाद का जो अपना कहर बरपा रहा है।
अजीब सेकुलरिज्म है यार•••••😢😢😢











No comments:

Post a Comment