Friday 16 December 2016

मल्टीनेशनल कंपनी बनने जा रही है  पतंजलि ...

स्वामी रामदेव जी का योग और उनकी आयुर्वेदिक एवं ऑर्गेनिक दवाइयां और फ़ूड आइटम्स बाज़ार में उपलब्ध कराने वाली कंपनी ‘पतंजलि’ सफलता की नयी उचाइयां छू रही है.
देश के कई राज्यों में पतंजलि के आयुर्वेदिक एवं फ़ूड पार्क खुल गए हैं जो हर साल रिकॉर्ड कमाई कर रहे हैं. लेकिन अब पतंजलि एक मल्टीनेशनल ब्रांड बनने जा रहा है.
सबसे पहले पतंजलि के फ़ूड पार्क्स सार्क देशों में लगाए जाएंगे. पूरी दुनिया में पतंजलि की आयुर्वेदिक दवाइयां व अन्य सामान एक्सपोर्ट करने के लिए नागपुर में एक बहुत बड़ा एक्सपोर्ट हाउस बनाने का काम प्रारम्भ हो चुका है.
इसी एक्सपोर्ट हाउस से मुम्बई के रास्ते अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरेबिया, अफ्रीका और अन्य यूरोपीय देशों में पतंजलि अपना आयुर्वेदिक सामान एक्सपोर्ट करेगी.
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में सबसे पहला अंतरराष्ट्रीय फ़ूड पार्क बनाने की तैयारियां शुरू हो गयी हैं.
स्वामी रामदेव ने दुनिया भर में आचार्यकुलम की स्थापना करने का भी संकल्प लिया है जहां वैदिक पद्धति से विद्यार्थियों को शिक्षित किया जायेगा.
आचार्यकुलम में आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों के नैतिक चरित्र पर भी ध्यान दिया जायेगा जिससे वे भविष्य में एक अच्छे इंसान की तरह समाज में जी सकें.
दूसरा अंतरराष्ट्रीय फ़ूड पार्क पाकिस्तान के लाहौर में बनाने की योजना थी जिसे हाल ही में पाकिस्तान के सीजफायर उलंघन तथा भारत की सीमा में आतंकी घुसाने की वजह से स्थगित कर दिया गया है.
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भी फ़ूड पार्क बनाने की योजना है और इस दिशा में हो रही बांग्लादेश सरकार के साथ बातचीत भी अपने अंतिम चरण में पहुच गयी है और जल्दी ही ढाका में भी पतंजलि फ़ूड पार्क खोल जायेगा.
भारत के जम्मू, इंदौर, गुवाहाटी, नॉएडा तथा नागपुर में फ़ूड पार्क बनाने का काम शुरू हो चुका है.
आयुर्वेदिक दवाइयों से इस कंपनी को शुरू करने वाले स्वामी रामदेव जल्दी ही कपड़ा बाजार में भी अपने कदम रखने जा रहे हैं और जीन्स बनाने की फैक्ट्री लगाने वाले है जिसके बाद पतंजलि के नाम से अच्छी क्वालिटी की जीन्स भी बाजार में उपलब्ध हो जाएँगी.
यही नहीं हरियाणा के सोनीपत शहर में पतंजलि ने एक बहुत ही बड़ी राइस मिल भी बनाई है और महाराष्ट्र के अहमदनगर में दूध प्रोसेस करने के लिए एक अत्यंत बड़ा प्लांट बनाने का कार्य चल रहा है.
दिल्ली-एनसीआर में भी पतंजलि एक विश्वविद्यालय बनाने की योजना पर काम कर रहा है.
हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के कई शहरों में छोटे-छोटे फ़ूड पार्क व आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने की इकाइयां बन चुकी हैं जिनसे वहां के लोकल लोगों को रोजगार भी मिल रहा है.
आचार्य बालकृष्ण ने कहा है कि उनका मिशन योग व आयुर्वेद को पूरी दुनिया में फैला कर एलोपैथी को ख़त्म करना है.
पतंजलि नें हरिद्वार में आयुर्वेदिक अनुसंधानशाला बनाई है जहाँ बड़े पैमाने पर सभी असाध्य रोगों के उपचार के लिए अनुसंधान चल रहा है तथा आयुर्वेदिक दवाइयों को विकसित किया जा रहा है.
एक तरफ मोदी जुटे हैं, दूसरी तरफ से बाबा…. हम विश्वगुरू बन कर रहेंगे..!!

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