संस्कृति के कारण ही
हिंदू राष्ट्र के रूप में जाना जाता है भारत...
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत
हिंदू संस्कृति भारत की पहचान है और यही वजह है कि इसे हिंदू राष्ट्र के रूप में जाना जाता है और उन्होंने उन लोगों को संगठित करने पर बल दिया जो भारतीय मूल्यों ओर विविधता में एकता की सांस्कृति प्रणाली को अपनाते हैं। हिंदू संस्कृति या भारतीय संस्कृति, यह हमारी पहचान के रूप में है। भारत महज जमीन के एक टुकड़े या खंड का नाम नहीं है भूमि तो इस आधार पर घटती बढ़ती रहती है कि उसके साथ कैसा बर्ताव हो रहा है। समाज की प्रकृति उसकी संस्कृति है।
यह संस्कृति ही है जो हमसभी को एकजुट रखती है, इस तरह यह हमारी पहचान है और यही कारण है कि इसे हिंदू राष्ट्र के रूप में जाना जाता है। बहुत सारे लोग इसे नहीं जानते और न ही बहुत से लोग इसमें विश्वास करते हैं लेकिन यह सार्वभौमिक रूप से स्वीकृत है। हम सभी हिंदू हैं क्योंकि हमने संस्कृति की यह प्रकृति अपनाई है।
हमें उन हिंदुओं को संगठित करना चाहिए जो मूल्यों और विविधता में एकता की भारतीय सांस्कृतिक प्रणाली केा स्वीकार करते हैं ताकि वे देश की प्रगति की दिशा में काम करें। उनमें संस्कार के बीज बोएं ताकि हम एक संगठित समाज देख पाएं। यह संस्कृति ही है जो हमसभी को एकजुट रखती है, इस तरह यह हमारी पहचान है
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