Friday, 22 April 2016

स्वर्ग सा था हमारा कश्मीर, पर कैसे धीरे धीरे बन गया जिहाद का नर्क, जानिये कश्मीर का इतिहास


अधिवक्ता शशि जी का एक और सनसनीखेज आर्टिकल-कृपया पूरा पढ़ें आपको ऐसी जानकारियां मिलेंगी
जिस से आपकी आँखें फटी रह जाएँगी 
कश्मीर ,370 तथा स्वर्ग कैसे बना जिहाद का नर्क 
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कश्मीर- सुनहरे अतीत से 370 के दलदल में

=  वर्तमान कश्मीर घाटी एक झील हुआ करती थी जिसे ऋषि कश्यप जो ऋषि मरीचि के पुत्र और भगवन ब्रह्मा के पौत्र थे ने बारामुला के पहाड़ियों का मध्य काट कर सुखाया और स्वर्ग समान स्थान ऋषियों के लिए बनाया। ऋषिमुनि वहां तप ध्यान करते थे।

 -=  इसी तरह हिन्दू राजा जम्बू जो घूमते घूमते तवी नदी के किनारे पहुचे 14वीं सदी में वहां एक शेर और बकरी साथ में पानी पीते देख बहुत प्रभावित हुए और जम्बू नाम से शहर बसाया जो वर्त्तमान में जम्मू है।
  =कश्मीर ने कई महान शासकों पराक्रमी शूरवीरों को देखा। 326bc में राजा पुरू ने कश्मीर के रकज अभिरस को सहायता से आक्रांता एलेक्सजेंडर को हैदपस के युद्ध में हराया। महाराज चन्द्रगुप्त, बिन्दुसार, अशोक के समय में ये मौर्या साम्राज्य के अधीन आया और सुसज्जित हुआ। राजा कनिष्क ने 4थी बुद्ध कॉउंसिल कश्मीर में आयोजित करायी।

इन बातो से लगता है कश्मीर बहुत विकसित और खुशहाल था। पर ये खुशहाली इस्लामी अक्रान्ताओ के आने से ख़त्म सी होने लगी।
  =11वीं सदी में महमूद ग़ज़नी ने 2 बार कश्मीर पर कब्ज़ा करने की कोशिश की पर असफल रहा। पर ग़ज़नी और उसके दास मालिक अयाज़ के समलैंगिक संबंधो के किस्से कश्मीर की वादियों में मशहूर हुए।

  =1339 में शाह मीर आया और इस्लाम फैलना सुरु हुआ। पर खुनी खेल 1389 में सुल्तान सिकंदर के आने से हुआ। हिन्दुओ पर कर लगाया गया। सरे आम तलवार की धार पर धर्मं परिवर्तन किया गया। मंदिरों को तोडा गया। कश्यप ऋषि के स्वर्ग समान कश्मीर नर्क सा होने लगा। भाषा संस्कृत से बदल कर पर्शियन कर दी गयी।
1540 से 1707 तक मुग़लो के अधीन रहा कश्मीर।

=    1819 में महाराजा रंजीत सिंह ने अपना राज स्थापित किया। और गऊ हत्या करने वाले को फांसी की सजा का प्रावधान किया। 1846 में गुलाब सिंह फिर उनके पुत्र रणवीर सिंह फिर 1925 में रणवीर सिंह के पौत्र हरी सिंह राजा बने 1947 तक। हरी सिंह के पुत्र कर्ण सिंह वर्तमान में कांग्रेस के सांसद है।

  =  1947 में भारत में 565 देशी रियासतें थी। अंग्रेज़ो ने भारत की आज़ादी का कानून पास किया जिसमे भारत और पाकिस्तान को डोमिनियन स्टेट का दर्जा दिया और शेष देसी रियासतों को अधिकार दिया गया या भारत में विलय हो जाओ या पाकिस्तान में या फिर खुद का देश बना लो। सरदार पटेल के प्रयासों से अधिकांश रियासतों ने भारत में विलय करने का निर्णय लिया पर हरी सिंह ने कश्मीर को एक अलग ही देश बनाना उचित समझा। 

 =     पाकिस्तान ने इसका फ़ायदा उठाया और 22 अक्टूबर 1947 को कश्मीर पर हमला कर दिया। 24 अक्टूबर तक आधे कश्मीर पर अधिकार कर लिया। हरी सिंह ने भारत से मदद मांगी पर सरदेर पटेल ने कहा कश्मीर एक अलग देश है हम कैसे कर सकते है मदद आप भारत में विलय हो जाओ फिर करेंगे हम आपकी मदद।

हरी सिंह तैयार हो गए पर उन्होंने कश्मीर के लिए एक विशेष राज्य की मांग रखी जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया। उसी का फल धारा 370। भारतीय सेना ने हरी सिंह की मदद की और पाकिस्तानी आतंकियों को मार भगाया।
370 एक विवाद:-     भारतीय संविधान कश्मीर को एक विशेष राज्य का दर्जा देता है अनुच्छेद्द् 370 द्वारा। जिसके फलस्वरूप भारत की संसद कश्मीर में सिर्फ रक्षा,संचार और विदेश सम्बंधित कानून बना सकती है शेष नहीं।
370 की कुछ विशेषता:-        1- भारत का संविधान एकल नागरिकता प्रदान करता है पर कश्मीरियों के लिए दोहरी नागरिकता।
2- कश्मीर के अलग ही झंडा और गान है। भारत के राष्ट्र झंडे और गान का वह अपमान होता है।
3- कश्मीर में भारत के झंडे और गान का अपमान अपराध नहीं है।
4- सर्वोच्च न्यायालय के आदेश कश्मीर में नहीं चलते।
5- कोई कश्मीरी महिला किसी भारतीय पुरुष से शादी करे तो उस महिला की नागरिकता समाप्त हो जाती है। पर जब कश्मीरी महिला किसी पाकिस्तानी से शादी करे तो उस पाकिस्तानी को भारत की नागरिकता मिल जाती है।
6- ना RTI ना RTE ना CAG ना कोई और भारतीय कानून वहा लागु है।
7- महिलाओं पर शरीयत कानून लागु है।
8- कोई भारतीय वहा जमीन या संपत्ति नहीं खरीद सकता।
9- कश्मीर में हिन्दू अल्पसंख्यक है वहा उसे आरक्षण नहीं।
10- भारत के अन्य राज़्यों में 5 साल में चुनाव होता हैै पर कश्मीर में 6 सालो में।
जम्मू और कश्मीर की जनसंख्या 1.25 करोड़ है। मुस्लिम 67.1% है, हिन्दू 29.07%, सिख 2.1% बाकि अन्य। कश्मीर घाटी में मुस्लिम 97% है, हिन्दू 1%। जम्मू में 66% हिन्दू और 30% मुस्लिम। लद्दाख में 47%मुस्लिम और 46% बैद्ध।
वर्तमान स्तिथि में राज्य का 60% हिस्सा भारत में है। 30% हिस्से पर पाकिस्तान और 10% हिस्से पर चीन ने अवैध कब्ज़ा कर रखा है।
हमारी ये सोच है एक राष्ट्र में 2 प्रकार के कानून, 2 प्रकार के न्याय, 2 प्रकार के झंडे नहीं हो सकते। इसलिए कश्मीर से 370 हटा कर बाकि राज्यो की तरह सामान्य राज्य बनाना चाहिए। कश्मीर में हमारे कितने सैनिको के खून बहे। जवानो के सर कटे हम कब तक चुप रह सकते है। जब हमारे परिवार के किसी का सर कटेगा तब हमें सर कटने की पीड़ा की अनुभूति होगी।
सरकार तुरंत कश्मीर में आपातकाल लगाये और 370 हटाय जानेे के लिए अवयश्यक कदम उठाये। अगर इक्षा शक्ति होती है तो राज्य सभा में बहुमत नहीं है लोक सभा में प्रयाप्त संख्या नहीं है मायने नहीं रखती। तुरंत काम होता है। भारत में कुछ देश द्रोही छुपे हुए है। आम आदमी पार्टी का एक नेता था प्रशांत भूषण जो बोलता था कश्मीर पाकिस्तान को दे दो ऐसी देश द्रोही बयान देने वालो पर देश द्रोह लगा कर फंसी पर लटका देना चाहिए। कश्मीर के लिए लड़ते हुए हमारे सैनिको ने जो जान गवाई हमें उनकी सौगंध कश्मीर हम जिहादियो आतंकियों से मुक्त करा कर रहेंगे।
अधिवक्ता शशि। 
सुझाव देने के लिए संपर्क करे solicitorshashi@gmail.com अपने शहर का नाम जरूर लिखे
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