शिव मंदिर... जिसके गुंबद की छाया
नहीं पड़ती है ज़मीन पर .. !
तमिलनाडु में स्थित बृहदेश्वर मंदिर अपनी भव्यता और वास्तुशिल्प के लिए प्रसिद्ध है। तंजावुर के इस मंदिर के निर्माण कला की एक विशेषता यह है कि इसके गुंबद की छाया जमीन पर नहीं पड़ती है। यह अब भी वैज्ञानिकों के लिए आश्चर्य का विषय है।
इस मंदिर को कुछ वर्ष पहले यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया था।
इतिहास के साक्ष्यों के मुताबिक, इस मंदिर का निर्माण करवाया था राजाराज चोल-I ने। कहा जाता है कि यह मंदिर 1010 में पूरी तरह बन कर तैयार हुआ था। चोल राजवंश के शासनकाल को भारतीय इतिहास का स्वर्णिम काल भी कहा जाता है।
इस मंदिर के निर्माण में 1,30,000 टन ग्रेनाइट का इस्तेमाल किया गया था।
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