Friday, 20 January 2017

हजारों मुसीबतें पार कर गार्ड का बेटा बना CA

...........पुणे
मेहनत तो सभी करते हैं, लेकिन जरूरी है मेहनत सही दिशा में की जाए। हाल ही में आए सीए के रिजल्ट से यह बात एक बार फिर साबित हो गई। महज 7 हजार रुपए महीने की तनख्वाह पर पेट्रोल पंप पर नौकरी करने वाले एक गार्ड का बेटा सीए बन गया। पढ़ाई और कोचिंग का खर्च उठाने के लिए उसने खुद काम किया और लोन भी लिया।

बुढ़ापे में पेट्रोल पंप पर चौकीदारी करते हुए देवीदास अकडे ने अपने बेटे को लायक बनाने की हर संभव कोशिश की। बेटे ने भी पैरंट्स और परिवार के हालात को संभालने के लिए जी तोड़ मेहनत की। इसी मेहनत के परिणामस्वरूप 23 साल के संदीप अकडे सीए बन गए।

एग्जाम की तैयारी और संघर्ष के बारे में संदीप कहते हैं, 'मेरे परिवार में 12वीं पास करने वाला मैं अकेला व्यक्ति हूं। मेरे दोनों भाइयों को परिवार की नाजुक आर्थिक स्थिति के चलते बीच में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी। ऐसे में मेरे परिवार ने मुझे पढ़ाने के लिए बहुत मेहनत की है। अब मेरी बारी है कि मैं अपने परिवार के लिए कुछ बेहतर करूं। अपने एक दोस्त को देखकर मैंने सीए की तैयारी करने का मन बनाया। रजिस्ट्रेशन फी भरने के लिए 'अर्न एंड लर्न स्कीम' के तहत काम करके पैसे जोडे़ और कोचिंग के लिए लोन लिया। मैं कई घंटे पढ़ता था। मेरी सफलता में आंबेडकर भवन स्थित लाइब्रेरी का बड़ा योगदान है। वहां की आसान फीस भरने के बाद मैं वहां आराम से पढ़ पाता था।' प्लेसमेंट के बारे में बात करते हुए संदीप कहते हैं 'मेरा सपना बिग 4 के साथ काम करने का है।'

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