डॉ भीमराव अम्बेडकर के खिलाफ काँग्रेस का कु षड्यंत्र ....!!
दो जुलाई 1947 को जब देश का बंटवारा करने का फैसला हुआ था (( आजादी के ठीक पहले ) तब ये निर्धारित हुआ की बंगाल के जिन जिलों की आबादी में 50 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम है , उनको पूर्वी पाकिस्तान ( अब बंगलादेश ) को दे दिया जाएगा ,
#भीमराव अम्बेडकर बंगाल के परिसल जिले से नवंबर 1946 में संविधान सभा के लिए सदस्य चुन कर आये थे , जबकि इस जिले में 58 % हिन्दू थे , लेकिन#काँग्रेस को दिक्कत बस इतनी थी कि मात्र अम्बेडकर के चुनाव जीतने के कारण , इसको बंगलादेश ( पूर्वी पाकिस्तान ) को दे दिया ,
बाद में इंग्लैंड / अंग्रेजो के हस्तक्षेप के बाद यह कहा गया की या तो आप परिसल जिले को या तो भारत में लीजिए या अम्बेडकर को कहीं से सदस्य बनाईये ,
तब पूना से ' #बैरिस्टर जैकर ' को इस्तीफ़ा दिलाकर संविधान सभा के लिए पुनः चुना गया ....!!
मजे की बात फिर देखिये आजादी के बाद पुनः हुए पहले लोकसभा चुनाव में काँग्रेस पार्टी ने अम्बेडकर के ही सचिव को अम्बेडकर के खिलाफ बम्बई लोकसभा सीट से लडवा कर फिर से लोकसभा हरवा दिया ....!!
डॉ भीमराव अम्बेडकर ने लिखित रूप से कहा था ,
मेरे शोषित पीड़ित दलित भाइयों मेरे जीते जी तो ठीक मरने के बाद भी काँग्रेस में ' चार आने ' के भी हिस्सेदार न होना ( मेंबर न बनना ) ....!!
दो जुलाई 1947 को जब देश का बंटवारा करने का फैसला हुआ था (( आजादी के ठीक पहले ) तब ये निर्धारित हुआ की बंगाल के जिन जिलों की आबादी में 50 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम है , उनको पूर्वी पाकिस्तान ( अब बंगलादेश ) को दे दिया जाएगा ,
#भीमराव अम्बेडकर बंगाल के परिसल जिले से नवंबर 1946 में संविधान सभा के लिए सदस्य चुन कर आये थे , जबकि इस जिले में 58 % हिन्दू थे , लेकिन#काँग्रेस को दिक्कत बस इतनी थी कि मात्र अम्बेडकर के चुनाव जीतने के कारण , इसको बंगलादेश ( पूर्वी पाकिस्तान ) को दे दिया ,
बाद में इंग्लैंड / अंग्रेजो के हस्तक्षेप के बाद यह कहा गया की या तो आप परिसल जिले को या तो भारत में लीजिए या अम्बेडकर को कहीं से सदस्य बनाईये ,
तब पूना से ' #बैरिस्टर जैकर ' को इस्तीफ़ा दिलाकर संविधान सभा के लिए पुनः चुना गया ....!!
मजे की बात फिर देखिये आजादी के बाद पुनः हुए पहले लोकसभा चुनाव में काँग्रेस पार्टी ने अम्बेडकर के ही सचिव को अम्बेडकर के खिलाफ बम्बई लोकसभा सीट से लडवा कर फिर से लोकसभा हरवा दिया ....!!
डॉ भीमराव अम्बेडकर ने लिखित रूप से कहा था ,
मेरे शोषित पीड़ित दलित भाइयों मेरे जीते जी तो ठीक मरने के बाद भी काँग्रेस में ' चार आने ' के भी हिस्सेदार न होना ( मेंबर न बनना ) ....!!
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