Tuesday 12 July 2016

जाकिर नाइक के घर से निकला विभीषण, खोल दिया कच्चा चिट्ठा

नई दिल्ली: विवादित इस्लाइम धर्म गुरु जाकिर नाइक की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। बीते दिनों बांग्लादेश में हुए आतंकी हमले के बाद से जाकिर नाइक और उनका पीस टीवी दोनों शक के घेरे में आ गए हैं। अब तो जाकिर नाइक और पीस टीवी से सम्बन्ध रखने वाले लोगों ने भी उंगलियां उठाना शुरू कर दिया है। ऐसे ही एक शख्स हैं जुबेर खान जिन्होंने जाकिर नाइक और पीस टीवी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

पीस टीवी के पूर्व कर्मचारी ने किया बड़ा खुलासा

इंडिया टीवी वेबसाइट में छपी एक खबर के अनुसार, जुबेर खान ने आरोप लगाते हुए बताया है कि कई देशों में प्रतिबंधित पीस टीवी को विदेशों से करोड़ों की फंडिंग होती थी। उनका दावा है कि  विदेशों से मिले फंड का इस्तेमाल ज़ाकिर समाजसेवा की जगह अपने और अपने परिवार के ऐशो आराम के लिए करता था। ज़ुबेर को ज़ाकिर के आतंकियों से कनेक्शन का भी शक़ है।
खबर के अनुसार, जुबेर खान पीस टीवी के ही पूर्व कर्मचारी रह चुके हैं साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि वह जाकिर नाइक के भी ख़ास सहयोगी रह चुके हैं।

‘जाकिर के थे आतंकियों से कनेक्शन’

जुबेर खान का कहना है कि जाकिर नाइक एक ढोंगी है और उसके ताल्लुकात आतंकियों से थे। उन्होंने बताया कि जब वो पीस टीवी में काम करता था तब 2006 से सीरियल लोकल ब्लास्ट का संदिग्ध आतंकी राहिल IRF के दफ्तर में आता था। ज़ुबेर का आरोप है कि बैंगलोर से ग़ैर-कानूनी तरीक से पीस टीवी की अपलिंकिंग की गई। मुंबई के डोंगरी में IRF के दफ्तर से ही पीस टीवी चलता है। ग्लोबल ब्रॉडकास्टिंग कोर्पोर्शन और हारमनी मल्टीमीडिया जैसी बेनामी कंपनी बनाकर चैनल चलता है।
जुबेर खान ही नहीं, उनके अलावा ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के जनरल सेक्रेटरी एमए खालिद ने भी ज़ाकिर के कामकाज को लेकर कुछ ऐसा ही खुलासा किया है। खालिद डोंगरी में ही रहते हैं।
देश की जांच एजेंसियां अभी तक जाकिर नाइक के विवादित भाषणों पर ही नजर रख रही थी लेकिन इस खुलासे के बाद जाकिर के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन, पीस टीवी, उन्हें विदेशों से मिलने वाले फंड, उनके फोन कॉल्स, उनका ईमेल सभी जांच के दायरे में आ गई है। यहाँ तक कि ज़ाकिर की विदेश यात्रा, फाइनेंसर्स और मीटिंग में आने वाले लोगों की भी पड़ताल की जा रही है।

जाकिर पर नकेल कसने की तैयारी में सरकार

जाकिर नाइक पर नकेल कसने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। सरकार ने जाकिर के खिलाफ जाल बुनते हुए अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रीवेंशन एक्ट में संशोधन की तैयारी कर रही है जिसके तहत ज़ाकिर पर भड़काऊ भाषण देने के लिए बैन लगाया जा सकता है। फिलहाल किसी भी व्यक्ति पर बैन लगाने का कोई प्रावधान नहीं है।

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