स्कूल ने सिर्फ इसलिए 5 साल की बच्ची को क्लास में कैद कर दिया कि मां-बाप एक दिन फीस जमा करने में लेट हो गए। दिल्ली के कॉन्वेंट स्कूल में हुई सबसे शर्मनाक घटना
अफसोस की बात है कि घटना वहां हुई जिसे शिक्षा का मंदिर कहा जाता है। जहां सीख दी जाती है मानवता की। एक बार फिर कॉन्वेंट स्कूलों की पोल खुल गई कि वे सिर्फ बिजनेस के अड्डे हैं। जहां सिर्फ मुनाफा कमाना ही उनका एकसूत्रीय मकसद है।घटना मयूर विहार फेज-दो स्थित बाल भवन पब्लिक स्कूल की है।
जब छुट्टी होने पर बच्ची घर आई तो फूट-फूटकर रो पड़ी। घटना की शिकायत पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने जांच बैठा दी है। प्रथम दृष्टया मामला सही मिलने पर सात दिन में जवाब-तलब हुआ है।
क्या है मामला
दरअसल मयूर विहार फेज-1 निवासी प्रदीप पुरोहित की पांच वर्षीय बेटी स्कूल में केजी की छात्रा व बेटा कक्षा चार का छात्र है। बीते बुधवार को जब छात्रा स्कूल गई तो उससे फीस के बारे में स्कूल प्रशासन ने पूछा। जब उसने कहा कि मम्मी-पापा आज जमा करेंगे तो बच्ची की मुताबिक स्कूल की मैडम ने उसे खाली कमरे में ले जाकर बंद कर दिया। प्रदीप स्कूल गए और बोले कि सुबह उन्होंने फीस डिमांड ड्राफ्ट से जमा कर दी है तो फिर बेटी को स्कूल में परेशान क्यों किया गया।
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