Saturday, 5 November 2016

"मस्से"

"Warts" त्वचा पर भिन्न-भिन्न आकार एवं रंगों के मस्सों के कुछ मुख्य-मुख्य, चुनिंदा कारगर प्रयोग कर के देखें:
१/. 1 गिलास देशी गाय के दूध में 1/4 चम्मच हल्दी चूर्ण तथा 1/4 चम्मच धुली हुई मसूर की दाल के चूर्ण को धीमीं आँच पर चलाते हुए तब तक पकाएँ जब तक कि वह लेई की तरह गाढ़ा न हो जाए. इस पेस्ट को ठंडा होने रोजाना 5-7 दिन तक रात को सोने के पूर्व मस्सों पर लेप करें.
२/. होम्योपैथिक दवाई 'Thuja 30' नामक liquid mother tincture की 3-3 बूँदें, रोजाना 3-3 घंटे के अंतर से, दिन में तीन बार, कुल पाँच दिन तक लगातार जीभ पर डालें. साथ ही साथ पाँचों दिन तक, इन मस्सों पर HSL कंपनी का 'TOPI THUJA WARTS CREAM/OINTMENT' प्रतिदिन, दिन में तीन बार लगाते रहें. छठवें दिन 'Thuja 200' की 2 बूँद, सुबह के समय सिर्फ एक ही बार, जीभ पर डालें. दवाई लेने के आधा घंटा पूर्व एवं आधा घंटा बाद तक कुछ भी खाएँ-पिएँ नहीं. मस्से ठीक करने हेतु होम्योपैथी की किसी भी दवाई का प्रयोग करते समय लहसुन, प्याज, खटाई, चाय एवं काफ़ी का सेवन न करें.
३/. यदि मस्से/तिल शरीर में बड़ी तादाद में हों तो 'Thuja 200' नामक liquid mother tincture की 10-10 बूँदें 20 ml पानी में मिलाकर रोजाना एक सप्ताह तक प्रतिदिन, दिन में दो बार सुबह शाम सेवन करें. दवाई के आधा-आधा घंटा आगे पीछे कुछ भी खाना पीना नहीं है. एक सप्ताह के अन्दर शरीर के सारे मस्से झड़कर गिर जायेंगे. इस प्रयोग की स्थिति में इसके साथ 'Thuja 30' लेने की कोई आवश्यकता नहीं है.
४/. वैसे 'Thuja 1M' दवाई Chiken Pox में बहुत अच्छे परिणाम देती है लेकिन कहीं-कहीं मस्सों में भी इसके काफी अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं. अतः मस्सों को दूर करने के लिए 'Thuja 1M' की 5 ml की शीशी होम्योपैथी की दूकान से खरीद लें. एक दिन छोड़कर प्रातःकाल इस दवाई कि 1-2 बूँद जीभ पर डालते रहें. दो-तीन सप्ताह में सारे मस्से झड़कर गायब हो जाएँगे.
५/. एक चुटकी वाशिंग-पाऊडर में एक चुटकी ही खाने का चूना मिलाकर एक माचिश की तीली से इस पेस्ट को ध्यानपूर्वक सिर्फ़ मस्से के ऊपर ही लगाएँ यानि ये पेस्ट त्वचा पर नहीं लगना चाहिए अन्यथा घाव बन जायेंगे. घंटे-दो घंटे में ही मस्से ख़त्म हो जाते हैं. अगर घाव बन जाएँ तो सोफ्रामायसिन ट्यूब लगाएँ. ध्यान रखें जिन्हें मधुमेह रोग हो वे इस प्रयोग को न करें. इस प्रयोग से मस्से तो निश्चित रूप से हट जाते हैं, बस इस प्रयोग में अगर कोई कमी है तो वह यह कि मस्से हटने के बाद त्वचा पर निशान/दाग शेष रह जाते हैं.
६/. कच्चा लहसुन, कटा हुआ आलू, सेब का सिरका और चूना, इनको अलग-अलग अथवा एक साथ, मस्सों के ऊपर 8-10 दिन तक रोजाना दिन में 2-3 बार रगड़ें. मस्से ख़त्म हो जायेंगे. यह भी बड़ा कारगर उपाय है.
७/. पान के डंठल पर चूना लगाकर मस्से की जड़ में लगाएँ. पाँच दिन में मस्सा गायब हो जाएगा. इसके कोई side effects भी नहीं हैं.
८/. रोजाना नियमित रूप से 1/2 घंटा, खाली पेट कपालभाति प्राणायाम व 1/2-1/2 घंटा सुबह-शाम अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें. 3 से 6 माह के अन्दर न सिर्फ मस्से गायब हो जाएँगे बल्कि फिर कभी दोबारा नहीं होंगे.
९/. घोड़े के बाल अथवा किसी मजबूत पतले, एकदम महीन धागे से मस्से को, अपनी सहनशक्ति के अनुसार, जड़ से बाँधकर नींबू एवं केले के छिलके के अन्दर वाले भाग से (एक या दोनों से ही) मस्सों पर रगड़ें.
१०/. मोरपंखी नामक पेड़ के फल और पत्तों के रस को मस्सों के ऊपर लगाएँ. 5-7 दिन में मस्से गायब हो जायेंगे.

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