Wednesday, 12 September 2018

..गुलाम के मुहं पर एक और तमाचा पड़ गिया ..............
भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि  मनमोहन के आफिस को भेजी थी हाई-प्रोफाइल फ्रॉड करने वालों की लिस्ट.लेकिन कोई कार्यवाही नही हुयी ...बैंकिंग धोखाधड़ी से जुड़े बहुर्चिचत मामलों की सूची प्रधानमंत्री कार्यालय को समन्वित कार्रवाई के लिए सौंपी गई थी, लेकिन उस पर क्या कार्रवाई हुई, उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। राजन ने संसद की एक समिति को लिखे पत्र में यह बात कही है। आकलन समिति के चेयरमैन मुरली मनोहर जोशी को भेजे पत्र में राजन ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकिंग प्रणाली में धोखाधडिय़ों का आकार बढ़ रहा है।
राजन ने कहा, ‘‘जब मैं गवर्नर था तो रिजर्व बैंक ने धोखाधड़ी निगरानी प्रकोष्ठ बनाया था, जिससे धोखाधड़ी के मामलों की जांच एजेंसियों को रिपोर्ट करने के कार्य में समन्वय किया जा सके। मैंने पीएमओ को बहुर्चिचत मामलों की सूची सौंपी थी। मैंने कहा था कि हम कम से कम एक या दो लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं। मुझे नहीं पता कि इस मामले में क्या प्रगति हुई।

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