Monday 3 September 2018

mediya

देशभक्ति और समाज सेवा के लिए क्या ख़ास काम किये जा सकते है .?
..यहाँ #शब्द नहीं, जिंदगी लिखी जाती है
सम्वधित प्रश्नकर्ता अपनी जॉब या निजी जिन्दगी में बहुत ब्यस्त है ..लेकिन फिर भी वह देश और समाज के लिए कुछ करना चाहता है या करना चाहती है .बहुत से मित्र कहते है की वह देश की सेना या इंटेलिजेंस एजेंसी में जाना चाहते थे .लेकिन किन्ही कारणों से जा नही पाए .लेकिन वह देश और समाज की सेवा करना चाहते है ...
ऐसे सज्जनों को मेरा हमेशा यही सुझाव रहता है की आप जहां है जो जिन्दगी जी रहे है , जैसी भी जॉब कर रहे है उसी में आप देश और समाज की भरपूर सेवा कर सकते है ...अपने दैनिक आचरण के जरिये ....
उदाहरण के लिए ...अगर आप सड़क पर चलते हुए ट्रेफिक नियमो का पालन कर रहे है तो भी आप देश और समाज की सेवा ही कर रहे है , अगर आप दूसरो के प्रति अच्छा तथा अनुशासित आचरण कर रहे है तो ये भी देशभक्ति और समाज सेवा ही है ....आप अपने स्वार्थ में अकसर सामने वाले के साथ गलत आचरण कर रहे है .उसका जीवन कष्टमय बना रहे है तो ये देशद्रोह ही है ..कारण यह की राष्ट सिर्फ जमींन जंगल , नदी नाले तालाब शहर कस्वा ही मात्र नही होता ..देश का जन जन भी देश का ही अभिन्न हिस्सा है ......
एक एक बूंद से समुद्र बना है उसी तरह राष्ट्र जन , जीवन , समाज तथा भौगोलिक तत्वों तथा इतिहास का समुच्चय ही होता है ....ये विषय थोड़ा लंबा हो सकता है तो ..विषय के मूल तत्व अर्थात महिला , पुरुष विषय तथा देशभक्ति पर ही चर्चा का प्रयास करते है ...
एक पुरुष के रूप में अगर हम महिला समाज के प्रति मानवीय आचरण ईमानदारी के साथ रखते है तो इसका दोहरा लाभ ...पहला लाभ महिला समाज को और दूसरा लाभ स्वयं के लिए ..यही नियम महिला समाज पर भी लागू ..ऐसे आचरण से जीवन बहुत सरल , अनान्दित , तनाव से मुक्त तथा सुरक्षित रहेगा .और फिर जीवन में आपको जो मित्र और साथी मिलेंगे .उनके साथ जीवन अकल्पनीय रूप से सुखद तथा सुरक्षित .अब चर्चा सोशल मीडिया की दुनिया की .......
सोशल मीडिया में देश समाज के विषयो पर आज भी महिला समाज की भागीदारी तुलनात्मक रूप से लगभग नगण्य ही है ( यहाँ हम नगण्यता के कारणों पर नही जा रहे ) ...अतः सोशल मीडिया में भी अगर हम सब अपने आचरण को मानवीय , संवेदनशील , तथा ईमानदार रक्खे तो हम सब अपना अपने देश का अपने देश के समाज का बहुत भला कर सकते है ...और ये पुनीत कार्य भी देशभक्ति ही कहलायेगा ...फेसबुक पर जब भी किसी महिला या लड़की से परोक्ष या अपरोक्ष संपर्क हो तो ये देखे की अगर उसका चिंतन समाज चिन्तक या देशचिन्तक टाईप का है .तो ऐसी फीमेल का उत्साहवर्धन कीजिये , सम्मान कीजिये ..उनको प्रोत्साहित कीजिये उनको सहयोग कीजिये .उनके प्रति मन में कोई भी और कैसी भी यौन कुंठा मन में मत आने दीजिये .यहाँ तक की अपरोक्ष चालाकी या शातिरता को अपने आप से कोसो दूर रखिये .और यह सोचिये की अगर आप एक भी फीमेल को देश और समाज चिंतन की राह पर लाने में सफल हुए तो ऐसी फीमेल अपने परिवार तथा अपने आस पास के समाज को भी देश तथा देश के तमाम मुद्दों पर जाग्रत कर सकती है ..आपका यह छोटा सा कार्य भी तो देशभक्ति ही है ...देशभक्ति के लिए रायफल लेकर सीमा पर जाना ही देशभक्ति का अंतिम पैमाना नही ...जब देश के दुश्मन एक होकर काम कर रहे हो तो उपरोक्त प्रयास तथा आचरण भी देश का बहुत भला कर सकता है .....पवन अवस्थी
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कल रेल में यात्रा के दौरान कुछ लोगों की आपसी बहस सुनकर ,
एक चुप बैठे वृद्ध सज्जन ने पूछा,
कि अगर भाजपा हार गई तो क्या होगा
मैंने सांत्वना दी, और कहा,
भाई जी,
भाजपा का कुछ नहीं होगा,
जो भी होगा "हमारा" और इस "देश" का होगा।
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जब पंजाब में बीजेपी अकाली सरकार थी तब पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब फाड़ने की 200 से ज्यादा घटनाएं दर्ज हुई थी.. पिछले 3 साल से पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और पंजाब में एक भी ऐसी घटना दर्ज नहीं हुई ...विचार करिए की धार्मिक ग्रंथ कौन फाड़ रहा था .कौन जनता को भड़का रहा था ...
Jitendra Pratap Singh
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जब देश को पटेल और बोस मे से नेता चुनना था ...
गांधी ने #NOTA(नेहरू) चुना ...
दुनिया झेल रही है.....//
Manish Soni
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