मीडिया ============
आतंकवादी सरहद पार से आते हुए मानवाधिकार आयोग की चिट्ठी ले के आता है? हमारे लोगों को मारते हुए मानवाधिकार की नियमावली देख के गोली चलाता है? अगर नहीं तो मानवाधिकार का सारा ठेका सेना के ही मत्थे क्यों है?-रोहित सरदाना
किसी को इसाई बना दोगे
तो उसकी वफादारी चीन नहीं रोम के प्रति हो जाती है,
धर्मांतरण आतंकवाद नहीं करेंगे बर्दास्त : चीन
(चर्च सील, क्रॉस, बाइबल जलाये)
हिन्दुस्तान_सो_रहा_है
-- कुमार अवधेश
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· तीन दिन पहले केरल के पादरी की घटना सामने आई, केरल के ईसाई विधायक ने पीड़ित नन को वव्याभिचार साबित कर दिया,
कल जी न्यूज ने खुलासा किया पूर्वांचल के 12 जिलो में रूपये का लालच देकर बड़े स्तर से ईसाई धर्म में परावर्तित किया जा रहा है,
आज सुबह न्यूज में देखा पिछले 12 वर्ष से आशु भाई गुरूजी बन कर साजिद खान कई महिलाओ के साथ बलात्कार कर चुका है, इतने षड्यंत्र चल रहे है देश के खिलाफ, ये सब कांग्रेस राज में बहुत मजे से चल रहे थे, लेकिन कुछ बंधु को नोटा ही दबाना है -- Vijay Tripathi
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केरल के कासरगोड जिले के सिर्फ एक सरकारी अस्पताल में एक साल में पैदा हुए बच्चों का डाटा
हिंदू-37 इसाई-12 मुस्लिम-138
समय है जाग जाओ हिन्दुओ अब तो --
Arun Chaudhary
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दिमाग पक गया scst मुद्दे पर
फेसबुक पर विचरती प्रजाति को न कानून का ज्ञान है न कभी कोर्ट के चक्कर मे और न जेल वो तो उड़ी बाबा।
क़ानूम में ऐसी बहुत सी धाराएं है जिसमे आदमी की जिंदगी जेल में सड़ जाए।
पहला तो फेसबुकिये ये जान ले कि जनरल डायरी और FIR में अंतर होता है
जाकर पता कीजिये कि FIR हो जाये तो पुलिस कोई भी मामला हो तो पुलिस पहले गिरफ्तार करती है या जाँच करती है
मान लीजिए आपके 2 मित्र है आप उनके साथ हमेशा रहते है यानि तिकड़ी के नाम पर मशहूर है अब उन्होंने किसी का कत्ल कर दिया और जिसके घर का बन्दा मरा उसने आपका नाम भी FIR में लिखवा दिया ये अक्सर होता है तो पुलिस क्या करेगी आपको गिरफ्तार करेगी या पहले जाँच करेगी ऐसे मामलों पुलिस मारकर हेलीकॉप्टर बना देती है और अमूमन ऐसा बहुत कम होता है कि उन दोनों को 20 साल की सजा हो और आप बच जाए
एक ही शर्त पर आप बच सकते है अगर चश्मदीद गवाह कोर्ट में कह दे कि आप नही थे मारने में
फेसबुकिये तो कहेंगे कि पुलिस काहे नही छोड़ दी उसकी गवाही पर
भैय्ये हलवा नही है कि खा लिया उठाकर ।
एक और धारा है 120B police किसी भी अपराध में आपको ये कहकर फँसा सकती है कि जिनको गिरफ्तार किया उन्होंने अपने बयान में आपके बारे में बताया है, पुलिस आपकी जाँच करती है या तुरन्त गिरफ्तार करके आपकी डंडा परेड करती है
उतरो सड़को पर बन्द करवाओ ये सब कानून
जेल जाकर देखो कितने बेगुनाह सालों से रो रहे है जेल में बिना गुनाह किये भी। - Sidhant Sehgal
जनता शक क्यों ना करे... ? बाबा राम-रहीम,बाबाआशाराम के आश्रम में तो मिडिया बटन तक ढ़ूढ़़ रहा था ...लेकिन
केरल के पादरी तथा मौलवी द्वारा हो रहे बलात्कार पर चुप्पी साधे बैठा है ।
मतलब साफ ....कि क्रिश्चियन /अरब देशों से भारत के मीडिया को काफी धन ₹ मिल रहा है ।। -- कुमार अवधेश सिंह
दिमाग पक गया scst मुद्दे पर
फेसबुक पर विचरती प्रजाति को न कानून का ज्ञान है न कभी कोर्ट के चक्कर मे और न जेल वो तो उड़ी बाबा।
क़ानूम में ऐसी बहुत सी धाराएं है जिसमे आदमी की जिंदगी जेल में सड़ जाए।
पहला तो फेसबुकिये ये जान ले कि जनरल डायरी और FIR में अंतर होता है
जाकर पता कीजिये कि FIR हो जाये तो पुलिस कोई भी मामला हो तो पुलिस पहले गिरफ्तार करती है या जाँच करती है
मान लीजिए आपके 2 मित्र है आप उनके साथ हमेशा रहते है यानि तिकड़ी के नाम पर मशहूर है अब उन्होंने किसी का कत्ल कर दिया और जिसके घर का बन्दा मरा उसने आपका नाम भी FIR में लिखवा दिया ये अक्सर होता है तो पुलिस क्या करेगी आपको गिरफ्तार करेगी या पहले जाँच करेगी ऐसे मामलों पुलिस मारकर हेलीकॉप्टर बना देती है और अमूमन ऐसा बहुत कम होता है कि उन दोनों को 20 साल की सजा हो और आप बच जाए
एक ही शर्त पर आप बच सकते है अगर चश्मदीद गवाह कोर्ट में कह दे कि आप नही थे मारने में
फेसबुकिये तो कहेंगे कि पुलिस काहे नही छोड़ दी उसकी गवाही पर
भैय्ये हलवा नही है कि खा लिया उठाकर ।
एक और धारा है 120B police किसी भी अपराध में आपको ये कहकर फँसा सकती है कि जिनको गिरफ्तार किया उन्होंने अपने बयान में आपके बारे में बताया है, पुलिस आपकी जाँच करती है या तुरन्त गिरफ्तार करके आपकी डंडा परेड करती है
उतरो सड़को पर बन्द करवाओ ये सब कानून
जेल जाकर देखो कितने बेगुनाह सालों से रो रहे है जेल में बिना गुनाह किये भी। - Sidhant Sehgal
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