म्यांमार में रोहिंग्या आतंकियों के खिलाफ बेहद कड़ी कार्यवाही करने वाला म्यांमार अपने रुख में नरमी लाने को तैयार नहीं है....जब अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने इस मामले में म्यांमार सरकार को यह अत्याचार रुकवाने के साथ-साथ इस मामले की जाँच करने के भी आदेश दिए थे लेकिन अब म्यांमार सरकार ने भी इस आदेश को भी पूरी तरह से खारिज कर दिया है...
कहा है कि वह किसी पर अत्याचार नहीं कर रहा है लेकिन जो भी म्यांमार की एकता तथा अखंडता के लिए खतरा बनेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. पूरी दुनिया भौचक्की है लेकिन म्यांमार आपने रुख पर द्रढ़ है.
इस आदेश को खारिज करने की वजह बताते हुए अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत (आईसीसी) पर ही आरोप लगा दिए. जिसमे कहा गया है कि आईसीसी का यह फैसला एक दोषपूर्ण प्रक्रिया का हिस्सा है और इसकी कानूनी योग्यता पर भी संदेह है. अब वो इस मामले में मीडिआ से किसी तरह की बात भी नहीं करेगी. म्यांमार ने कहा कि वह आईसीसी का सम्मान करता है लेकिन म्यांमार के लिए पहली प्राथमिकता उसके देश की सुरक्षा करना है तथा इसके लिए वह किसी भी हद तक जाएगा. म्यांमार ने कहा कहा कि निर्दोषों पर कोई अत्याचार नहीं हो रहा लेकिन देश के दुश्मनों से निपटना उनका प्रथम कर्तव्य है.
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